नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने बेंगलूरु में लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी। यह उनके लिए ऐतिहासिक मौका था। इस उड़ान के अनुभव को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने पोस्ट डाला कि तेजस पर सफलतापूर्वक उड़ान पूरी की, यह अनुभव अविश्वसनीय […]
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने बेंगलूरु में लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी। यह उनके लिए ऐतिहासिक मौका था। इस उड़ान के अनुभव को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने पोस्ट डाला कि तेजस पर सफलतापूर्वक उड़ान पूरी की, यह अनुभव अविश्वसनीय था। हमारे देश की स्वदेशी क्षमताओं ने मेरे विश्वास को बढ़ा दिया है और हमारी राष्ट्रीय क्षमता के बारे में मुझमें नए सिरे से गर्व और आशावाद की भावना उत्पन्न की है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में दुनिया में किसी से कम नहीं हैं। भारतीय वायुसेना, डीआरडीओ और एचएएल के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जानकारी दें दे कि तेजस एचएएल द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का लड़ाकू विमान है। प्रधानमंत्री मोदी रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैसे रक्षा उत्पादों को उनकी सरकार ने भारत में उनके विनिर्माण और उनके निर्यात को बढ़ावा दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बेंगलुरु पहुंचे और रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम एचएएल का दौरा कर उसके विनिर्माण संयंत्र में चल रहे काम का निरिक्षण किया। उन्होंने कहा कि हमारी रक्षा तैयारियों को बढ़ाने और स्वदेशीकरण के लिए बड़े कदम उठाए हैं, जिनमें तेजस विमान भी शामिल है। विमान का पहला संस्करण 2016 में भारतीय वायु सेना में जोड़ा गया था। मौजूदा समय में भारतीय वायु सेना के दो स्क्वाड्रन, 45 स्क्वाड्रन और 18 स्क्वाड्रन, एलएसी तेजस के साथ पूरी तरह से परिचालन में हैं।