PM Imran Khan नई दिल्ली, PM Imran Khan पाकिस्तान में सियासी सरगर्मी बढ़ रही है. जहां पाकिस्तान संसद में इमरान खान और विपक्ष आमने सामने आ चुके हैं. इसी बीच इमरान खान के सलाहकार शहबाज़ गिल ने बताया कि इमरान खान अविश्वास मत का सामना करेंगे. क्या बोले इमरान खान के सलाहकार पाकिस्तानी मीडिया के […]
नई दिल्ली, PM Imran Khan पाकिस्तान में सियासी सरगर्मी बढ़ रही है. जहां पाकिस्तान संसद में इमरान खान और विपक्ष आमने सामने आ चुके हैं. इसी बीच इमरान खान के सलाहकार शहबाज़ गिल ने बताया कि इमरान खान अविश्वास मत का सामना करेंगे.
पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से ये खबरे तेज़ थी कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अविश्वास मत को लेकर विपक्षी नेताओं को कोई प्रस्ताव भेजा है. बताया जा रहा था कि इस प्रस्ताव में अविश्वास मत के वापस लेने पर संसद को भांग करने का प्रस्ताव दिया गया था. लेकिन अब इन ख़बरों का खंडन करते हुए इमरान खान के सलाहकार शहबाज़ गिल ने मीडिया से इस बातचीत के दौरान कहा, इमरान खान इस अविश्वास मत का पूरी गरिमा के साथ सामना करेंगे.
Special Assistant to Prime Minister on Political Communication @SHABAZGIL talking to media in Islamabadhttps://t.co/ptOF0AMdon
— Radio Pakistan (@RadioPakistan) March 31, 2022
इसी बीच आपको बता दें, कि विपक्षी गठबंधन ने नेशनल असेंबली के सत्र से पहली बैठक की गयी है. जहां इस बैठक में 172 सांसद शुमार थे. दूसरी ओर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टों ने भी मामले में इमरान खान को नसीहत दी है. उन्होंने कहा, खेल भावना दिखते हुए इमरान खान को अब इस्तीफ़ा दे देना चाहिए. इमरान खान के खिलाफ संयुक्त पक्ष ने अविश्वास मत दिया है. इस दौरान उनकी खुद की पार्टी के भी सांसद बागी होते दिखे. जहां सहयोगी पार्टियों से भी इमरान की सरकार ने समर्थन खो दिया.
Take the honorable exit @ImranKhanPTI . Too late for face saving, safe exit or nro. Time to go. https://t.co/usam3PT6oA
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) March 31, 2022
पाकिस्तान असेंबली में 342 सदस्य हैं, वहीं बहुमत के लिए 172 सदस्यों की ज़रूरत होती है. अब MQM ने इमरान का साथ छोड़ दिया है, जिसके बाद विपक्ष के पास 177 सदस्यों का समर्थन हो जाएगा. जबकि इमरान खान के पास अब सिर्फ 164 सदस्यों का समर्थन रह जाएगा. वहीं, पाकिस्तानी असेंबली के गणित के मुताबिक विपक्ष को इमरान खान की सरकार गिराने के लिए सिर्फ 172 सदस्यों की जरुरत है, जो अब मुमकिन नज़र नहीं आ रही है.