नई दिल्ली: इलेक्टोरल बॉन्ड्स को लेकर सियासत जारी है. जबसे इलेक्टोरल बॉन्ड्स की जानकारी सामने आई है, विपक्ष इसे लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है. इस बीच आज (18 मार्च) को कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर हफ्ता वसूली करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स को पीएम हफ्ता वसूली योजना नाम […]
नई दिल्ली: इलेक्टोरल बॉन्ड्स को लेकर सियासत जारी है. जबसे इलेक्टोरल बॉन्ड्स की जानकारी सामने आई है, विपक्ष इसे लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है. इस बीच आज (18 मार्च) को कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर हफ्ता वसूली करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स को पीएम हफ्ता वसूली योजना नाम दिया है.
कांग्रेस ने दावा किया कि इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से दान देने वालों में 21 ऐसी फर्म हैं, जिन्हें कभी न कभी सीबीआई, ईडी या इनकम टैक्स की जांच का सामना किया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि अब हर दिन इलेक्टोरल घोटाले के सच सामने आ रहा है.
जयराम रमेश ने अपनी एक्स पोस्ट में आगे कहा कि चुनावी इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले के लिए सीधे तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं. उनसे ही इसे लेकर पूछा जाना चाहिए कि केंद्र सरकार ने चुनावी चंदा हासिल करने के लिए बदले की भावना में क्यों काम किया. इन दोनों नेताओं ने ही इस योजना के जरिए भारतीय जनता पार्टी के खातों में काला धन भेजने की साजिश रची थी.