नई दिल्ली: Prime Minister Golden Quadrilateral Project Scheme प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना भारत की सबसे बड़ी और विश्व की 5वीं सबसे बड़ी योजनी थी. दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि देश के प्रमुख महानगरों को सड़क के माध्यम से जोड़ा जाए. इस योजना के तहत मुख्यता उत्तर में दिल्ली, पश्चिम में मुंबई, दक्षिण में चेन्नई और पूर्व में कोलकाता समेत अन्य बड़े शहरों को जोड़ा गया.
साल 1995 में उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के चार बड़े महानगरों को आपस में चार लेन या छह लेन वाले सड़क मार्ग से जोड़ने की योजना बनाई थी. राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा संचालित किया गया था. भारत के मैप पर इन शहरों को जोड़कर जब इस योजना का चित्र बनाया गया तो एक चतुर्भुज आकार दिखाई देता है, तो हो सकता है इसलिए ही इस योजना का स्वर्णि चतुर्भुज योजना कहा जाता है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की आधिकारिक घोषणा 24 अक्टूबर 1998 को हुई थी और काम भी शुरू हो गया था. इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य 2004 रखा गया था, लेकिन प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना साल 2012 में जाकर पूरी हो सकी. इतनी बड़ी योजना को पूरा करने में करीब 6 खरब रुपये का खर्चा आया था.
कैसे तैयार की गई प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना को पूरा करने के लिए पूरी प्लानिंग की गई और बड़ा खाका तैयार किया गया. इस योजना को पूरा करने के लिए चार हिस्सों में बांटा गया.
ये हिस्से कुछ इस प्रकार हैं.
1.दिल्ली से कोलकाता 1,453 किमी लंबा
यह NH 2 पर है और दिल्ली, हरियाणा, यूपी, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों तक विस्तरित है.
2.कोलकाता से चेन्नई 1,684 किमी लंबा
यह हिस्सा NH60 और NH5 को कवर करता है. NH 60 पर यह खड़गपुर से बालासोर और NH5 पर बालासोर से चेन्नई तक फैला है.
3.चेन्नई से मुंबई 1,290 किमी लंबा
इस हिस्से में NH 4, NH 7 और NH 46 के कुछ शहरों को कवर करता है. NH4 पर मुंबई से बैंगलुरू, NH 7 पर बैंगलुरू से
कृष्णागिरी, तमिलनाडु और NH 46 पर कृष्णागिरी से चेन्नई तक को कवर करता है.
4.मुंबई से दिल्ली 1,419 किमी लंबा
इस हिस्से में NH8 पर दिल्ली से किशनगढ़, NH79A पर अजमेर बायपास, NH79 पर नसीराबाद से चित्तौड़गढ़ और NH 76 पर चित्तौड़गढ़ से उदयपुर तक आता है.
प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अंतर्गत आने वाले प्रमुख राज्य
प्रधानमंत्री स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की वजह से देश के कई प्रमुख शहर राजमार्ग से आपस में जुड़े. दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिशा में जयपुर, उदयपुर, अजमेर (राजस्थान), पश्चिम में अहमदाबाद, गांधीनगर (गुजरात), उत्तर पूर्व में उत्तर प्रदेश के मथुरा, वाराणसी, आगरा, कानपुर को जोड़ा गया है.
वहीं बात करें दक्षिण पश्चिम की तो वहां पर महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे से शुरू होकर कर्नाटक के बैंगलौर तक फैला है. इसके साथ ही दक्षिण पूर्व दिशा में यह परियोजना आंध्र प्रदेश के विशाखापटट्नम और उडिशा के भुवनेश्वर और पश्चिम बंगाल तक है और दक्षिण में तमिलनाडु की चेन्नई तक विस्तार है.
आपको बता दें कि इस स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना में नये एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण भी शामिल है. इसके अंतर्गत देश के मौजूदा राजमार्गों के नवीनीकरण के लिए चार या छह लेन का विस्तार और मरम्मत भी शामिल है.
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