दिल्ली : हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। हिमालय की गोद में बसे हिमाचल प्रदेश में कई पर्टयन स्थान भी हैं ।साथ ही बिजली महादेव, भीम का किचन, ज्वाला धाम मंदिर समेत कई अन्य धार्मिक स्थल हैं। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में कई ट्रैकिंग पॉइंट्स हैं, जहाँ जाना लोग बेहद पसंद […]
दिल्ली : हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। हिमालय की गोद में बसे हिमाचल प्रदेश में कई पर्टयन स्थान भी हैं ।साथ ही बिजली महादेव, भीम का किचन, ज्वाला धाम मंदिर समेत कई अन्य धार्मिक स्थल हैं। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में कई ट्रैकिंग पॉइंट्स हैं, जहाँ जाना लोग बेहद पसंद करते हैं। खासकर गर्मी के दिनों में बड़ी संख्या में पर्यटक ट्रैकिंग के लिए हिमाचल प्रदेश जाते हैं।अगर आप भी जून के महीने में ट्रैकिंग पर जाना चाहते हैं, तो हिमाचल प्रदेश की इन जगहों पर एक बार जरूर जाएं।
अगर आपको एडवेंचर ट्रिप पर जाना पसंद है, तो पिन पार्वती दर्रा जरूर जाएं। ट्रैकिंग और हाईकिंग के लिए सबसे खतरनाक स्पॉट में पिन पार्वती दर्रा की गिनती होती है। यहाँ आपको हर मोड़ पर एडवेंचर का अहसास मिलेगा। पिन पार्वती दर्रा में हाईकिंग 10 दिनों में पूरी होती है। ट्रैकिंग पूरी करने के बाद हॉट स्प्रिंग बॉथ जरूर करें। ऐसा कहा जाता है कि हाईकिंग के बाद हॉट स्प्रिंग बॉथ जरुरी है।
ट्रैकिंग की शुरुआत करने वाले ट्रैकर के लिए हामटा पास दर्रा सबसे बेस्ट पॉइंट होता है। बता दें, इसमें 14 हजार फ़ीट की ऊंचाई तक हाईकिंग करनी पड़ती है। इस दर्रे में घना जंगल होता है। अगर आप पहली बार हाईकिंग पर जाना चाहते हैं, तो आपको हामटा पास दर्रा जरूर जाना चाहिए।
फ्रेशर और एक्सपेरिएंस्ड दोनों ही तरह के पर्यटक हाईकिंग के लिए व्यास कुंड दर्रा जा सकते हैं। व्यास कुंड कुल्लू जिले में स्थित है। व्यास कुंड में ट्रैकिंग ऊंचाई लगभग 13 हजार फ़ीट है। वहीं, ट्रैकिंग की दूरी कुल मिलाकर 16 किलोमीटर है। जानकारों की मानें तो ट्रैकिंग करने में कुल मिलाकर दो दिन लगते हैं। आप चाहे तो घाटी में आकाशीय खूबसूरती देखने के लिए सोलंग वैली में टेंट डालकर रात बिता सकते हैं।
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