नई दिल्ली. बीते दिनों दिवाली के मौके पर केंद्र सरकार ने देश वासियों को तेल ( Petrol-Diesel Price ) की आसमान छूती कीमतों से आज़ादी दिलवाने के लिए पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी में कमी की थी. जिसके बाद तेल की कीमतों में 5 से 10 रुपए की कमी हो गई थी. देश के […]
नई दिल्ली. बीते दिनों दिवाली के मौके पर केंद्र सरकार ने देश वासियों को तेल ( Petrol-Diesel Price ) की आसमान छूती कीमतों से आज़ादी दिलवाने के लिए पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी में कमी की थी. जिसके बाद तेल की कीमतों में 5 से 10 रुपए की कमी हो गई थी. देश के कई राज्यों ने इस मौके पर केंद्र सरकार का साथ देते हुए VAT में कटौती की थी. इस बीच खबर है की भारत सरकार ने अमेरिका सरकार की सलाह से एक बड़ा फैसला लिया है जो उत्तर प्रदेश और पंजाब में होने वाले चुनाव में सरकार के लिए मददगार साबित हो सकता है.
खबर है कि लगातार बढ़ती पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार से 50 लाख बैरल कच्चा तेल रिलीज करने के लिए तैयार हो गई है. बता दें कि रणनीतिक भंडार से कच्चे तेल की ये निकासी अमेरिका, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे कच्चे तेल के बड़े उपभोक्ता देशों के साथ विचार-विमर्श के बाद होगी. दरअसल, ये सभी देश लगभग एक ही समय पर अपने भंडारों से कच्चे तेल की निकासी कर सकते हैं. इससे बाजार में कच्चे तेल की उपलब्धता बढ़ने के साथ ही इसकी कीमतें में कटौती की उम्मीद है.
खाड़ी देशों के साथ-साथ कच्चा तेल उत्पादक देशों (OPEC) ने इसके उत्पादन को सीमित रखा हुआ है. इस वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतें लगातार बढ़ी हुई है. ऐसे में अमेरिका के कहने के बाद भारत ने भी अपने रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व से तेल की कीमतों में कमी होने की संभावना है.