पिछले कई दिनों से जारी डॉलर के मुकाबले रुपया हर रोज कमजोर हो रहा है जिसका असर पेट्रोल डीजल की कीमतों पर पड़ रहा है. पेट्रोल डीजल प्राइस हाइक पर हैं तो इस विषय पर सियासय भी गर्म हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए टैक्स घटाने की सलाह दी तो वहीं दिल्ली की आम आदमी पार्टी व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार को आम आदमी की चिंता नहीं है.
नई दिल्ली. कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में 15 अगस्त के बाद से लगी आग और डॉलर के मुकाबले रुपए की हर रोज कमजोर हो रही हालत से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. देश के कुछ शहरों में पेट्रोल अब 90 रुपए लीटर तो डीजल 80 रुपए लीटर की तरफ बढ़ रहा है. डॉलर के मुकाबले रुपया का भाव और कच्चे तेल की कीमत नहीं सुधरी तो कुछ दिन बाद पेट्रोल 90 और डीजल 80 के पार जा सकता है. पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार से टैक्स घटाकर लोगों को राहत देने की मांग की है. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार को आम आदमी की परेशानियों की चिंता नहीं है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने ट्वीट करके कहा है कि लगातार 10वें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं जिससे पहले से ही महंगाई के बोझ से दबी जनता त्राहिमाम कर रही है. सूरजेवाला ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि आपके जुमलों पर टैक्स नहीं लगता लेकिन पेट्रोल-डीजल पर लगता है जिसे कम करके आम लोगों को सरकार राहत दे. रुपए की कमजोरी पर भी सूरजेवाला ने ट्वीट किया है और कहा है कि अर्थव्यवस्था को बीमारी लग गई है जिससे रुपया डूब रहा है और सरकारी कोष पर डॉलर भारी पड़ रहा है. कांग्रेस ने खुद को देश का चौकीदार बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसकी जिम्मेदारी लेने कहा है.
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि रुपया सबसे निचले स्तर पर है और पेट्रोल-डीजल सबसे ऊपर पहुंच चुके हैं. केजरीवाल ने कहा है कि इससे यही लगता है कि 2019 के चुनाव से पहले के कुछ आखिरी महीनों में चल रही नरेंद्र मोदी सरकार को पता ही नहीं है कि इसे ठीक करने के लिए क्या करना है या फिर वो आम लोगों की दिक्कतों से बेपरवाह है. केजरीवाल ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था कभी इतनी बुरी हालत में नहीं थी.
रुपया डूबा,इकोनॉमी को लगी बीमारी!
सरकारी कोष पर डॉलर पड़ा भारी,
कहत जनता फिरे मारी-मारी,
कब लेंगे चैकीदार इसकी ज़िम्मेदारी? pic.twitter.com/MMWULH7efD
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 3, 2018
हे मोदी जी,
आज त्यौहार के दिन तो जनता पर कुछ कृपा कीजिये।
महँगाई के बोझ तले दब रही जनता,लगातार 10 वें दिन बढ़ते पट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के भार से त्राहीमाम-त्राहीमाम कर रही है!
आपके जुमलों पर टैक्स नहीं है,पर पेट्रोल-डीज़ल से ये टैक्स कब कम होंगे?
आशान्वित
-परेशान जनता pic.twitter.com/9fBdbCGDe9— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 3, 2018
वो जो बटुओं से इक पल ना ओझल हुए, लापता हो गए देखते देखते. #JanKiBaat pic.twitter.com/dhwmRkOsME
— Congress (@INCIndia) September 3, 2018
Petrol/Diesel prices touching an all time high.
Rupee falling to a historic low.
BJP's Central govt, in its last months, either does not know what to do or is simply not bothered about the hardships it is heaping on Aam Aadmi.
Economy was never in such a mess !
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 3, 2018
डॉलर के मुकाबले रुपया और गिरकर 71.18, पेट्रोल 80 से 90 की तरफ बढ़ा, डीजल 80 के नजदीक
देश के अंदर ही दो अलग शहरों में पेट्रोल- डीजल के दामों में है 10 से 20 रुपये का फर्क