पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी रविवार को भी जारी रही जहां डॉलर के मुकाबले रुपया 72.10 के स्तर पर रहा वहीं दिल्ली में पेट्रोल 81.91 रुपये प्रति लीटर हो गया वहीं डीजल 73.72 रुपये प्रति लीटर हो गया. दिल्ली के अलावा मुंबई में भी तेल की कीमतों में इजाफा दर्ज हुआ है. तेल के बढ़ते दामों पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि क्रूड ऑयल के दाम गिर रहे हैं देश में तेल के दाम बढ़ रहे हैं ये ठीक नहीं है.
नई दिल्लीः ड़ॉलर के मुकाबले लुढ़कते रुपये के चलते पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा लगातार जारी है. रविवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 72.10 पर रहा लेकिन एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गए. जिस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि क्रूड ऑयल के दाम गिर रहे हैं और देश में तेल के दाम बढ़ रहे हैं, ये ठीक नहीं है. बता दें कि मई 2008 में तेल का अंतरराष्ट्रीय दाम126.33 डॉलर था तब भी देश में पेट्रोल की कीमत 45.56 रुपये थी लेकिन आज जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम 69 डॉलर है तब तेल के भाव आसमान छू रहे हैं.
दिल्ली में जहां पेट्रोल की कीमत में 0.28 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई जबकि डीजल में 0.18 पैसे बढ़ गए. इसके साथ ही पेट्रोल रविवार को 81.91 रुपये प्रति लीटर हो गया वहीं डीजल 73.72 रुपये प्रति लीटर हो गया. दिल्ली के अलावा मुंबई में भी तेल के दाम बढ़ गए. यहां पेट्रोल 89.29 रुपये प्रति लीटर हो गया जबकि डीजल 78.26 रुपये प्रति लीट र तक पहुंच गया.
"Crude Oil के रेट गिर रहे हैं और देश मे तेल के दाम बढ़ रहे हैं, ये ठीक नही है"- @ArvindKejriwal pic.twitter.com/BqXPD1Piwu
— AAP (@AamAadmiParty) September 16, 2018
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बता दें कि पिछले कई दिनों से तेल की कीमतों इजाफा जारी है जिसके चलते खाने-पीने की चीजों के दामों में भी बढ़ोत्तपी हो रही है. विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल आम आदमी को महंगाई की इस आग से राहत मिलने वाली नहीं है क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार लुढ़क रहा है. वहीं तेल की कीमतों पर विपक्ष मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है. विपक्षी पार्टियों के नेता लगातार केंद्र सरकार पर इस मुद्दे को लेकर हमला बोल रहे हैं. इसी के चलते 10 सितंबर को भारत बंद बुलाया गया था जिसका व्यापक असर देखने को मिला था साथ ही आगजनी और दूसरी हिंसात्मक घटनाएं भी सामने आई थीं.
क्या है वजह
बता दें कि तेल की कीमतों में लगातार इजाफे का कारण डॉलर के मुकाबले रुपये का गिरना है. रुपये में कई दिनों से गिरावट जारी है जिस वजह से तेल कंपनियों को भी दामों में बदलाव करना पड़ रहा है क्योंकि तेल कंपनियों को डॉलर में ईंधन की कीमतों का भुगतान करना पड़ता है.