नई दिल्ली: कुछ समय पहले पीपली लाइव का एक गाना जमकर फेमस हुआ था, जिसके बोल थे- महंगाई डायन खाए जात है। पिछले कुछ समय से सड़क पर चलने से लेकर किचन में खाना बनाने तक सब कुछ महंगा हो चुका है। ईंधन के दामों के बाद नींबू ने भी आम लोगों का तेल निकाल […]
नई दिल्ली: कुछ समय पहले पीपली लाइव का एक गाना जमकर फेमस हुआ था, जिसके बोल थे- महंगाई डायन खाए जात है। पिछले कुछ समय से सड़क पर चलने से लेकर किचन में खाना बनाने तक सब कुछ महंगा हो चुका है। ईंधन के दामों के बाद नींबू ने भी आम लोगों का तेल निकाल कर रख दिया है। बढ़ती महंगाई से मध्यम परिवारों का बजट बिगड़ चुका है और इससे लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ा है।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद 22 मार्च से लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े, कभी 80 पैसे तो कभी 50 पैसे। अब तक पेट्रोल डीजल के दाम में करीब ₹10 प्रति लीटर का इजाफा हो गया है। अगर दिल्ली के रेट के हिसाब से देखे तो राजधानी दिल्ली में 21 मार्च को पेट्रोल के रेट 95.41 रुपये प्रति लीटर था। जबकि 15 अप्रैल को ये दाम 105.41 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है। डीजल के दाम 87.67 रुपये से बढ़कर 96.67 हो गए है। ये हालात राजधानी दिल्ली के है जबकि आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल के रेट 120.51 रुपये और डीजल ₹104.77 प्रति लीटर पर पहुंच गए है। पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह है अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होना। इसके साथ ही रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने इस आग में घी डालने का काम किया है।
उदाहरण के लिए मान लीजिए कि यदि किसी आम आदमी का पहले खर्च ₹2000 प्रतिमाह पेट्रोल पर आता था तो अब वह ₹2200 तक पहुंच गया है।
ढ़ती महंगाई ने न सिर्फ रोड पर चलना मुश्किल किया है बल्कि रसोई घर में खाना बनाना भी मुश्किल कर दिया है। 22 मार्च को घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत एक झटके में ₹50 तक बढ़ा दी गई, जिसके बाद दिल्ली में गैस-सिलेंडर 949.50 रुपये हो गया जबकि कोलकत्ता में दाम 976 रुपये तक चले गए। गैस सिलेंडर के दाम अक्टूबर 2021 के बाद मार्च में अचानक बढ़ाए गए है।
महंगाई का असर सिर्फ घरेलू गैस-सिलेंडर पर नही पड़ा बल्कि बाजार में इस्तेमाल होने वाले कमर्शियल सिलेंडर पर भी महंगाई की मुहर लगी। 1 मार्च को इसकी कीमत ₹105 प्रति सिलेंडर, 22 मार्च को ₹9 प्रति सिलेंडर और बाद में 1 अप्रैल को 250 रुपये प्रति सिलेंडर का कमर्शियल गैस के रेट में इजाफा हुआ। मात्र 2 महीने के भीतर कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में ₹364 की बढ़ोतरी हुई है।
रसोई गैस का सस्ता विकल्प पाइप्ड नेचुरल गैस को माना जाता है क्योंकि इसकी कीमत गैस सिलेंडर के मुकाबले थोड़ा कम होती है. लेकिन बढ़ती महंगाई के साथ ऐसा नहीं रहा और पाइप्ड नेचुरल गैस की कीमतों में भी इजाफा हो गया है। दिल्ली एनसीआर में पीएनजी की सप्लाई इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड करती है और पिछले 24 मार्च को पीएनजी के दाम में ₹1 प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी। वही 1 अप्रैल को इसके दाम में 5. 85 रुपये और हालही में 4.25 रुपए प्रति यूनिट इसके दाम बढ़ाए गए हैं। यानी पिछले 25 दिनों में पीएनजी 10.10 रुपये प्रति यूनिट महंगी हो गई है। दिल्ली में अभी पीएनजी 45.86 रुपये प्रति यूनिट मिल रही है।
गैस के नाम पर सिर्फ पीएनजी और घरेलु सिलेंडर ने ही आम आदमी आदमी को नहीं रुलाया बल्कि पेट्रोल-डीजल का विक्लप माने जाने वाली सीएनजी ने भी लोगों को परेशान किया है. सीएनजी लोगों को आंसू गैस के गोले जैसे लगने लगी है. दिल्ली में 8 मार्च को CNG के दाम में 80 पैसे किलोग्राम की बढ़ोतरी की गई थी. इसके बाद कई बार CNG के दाम बढ़े और अब तक करीब 14.10 रुपये प्रति किलोग्राम का इसमें इज़ाफ़ा हो गया है. दिल्ली में सीएनजी के दाम 71.61 रूपये किलोग्राम हो गए है.