नई दिल्ली: अंडरग्रेजुएट मेडिकल सीट्स के लिए नीट-यूजी काउंसलिंग चार चक्रों में होगी और जुलाई के तीसरे सप्ताह से आरंभ होगी.
नई दिल्ली: अंडरग्रेजुएट मेडिकल सीट्स के लिए नीट-यूजी काउंसलिंग चार चक्रों में होगी और जुलाई के तीसरे सप्ताह से आरंभ होगी. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने शपथपत्र में कहा है कि अगर काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान या उसके बाद भी यह पाया गया कि छात्र किसी भी अनाचार का लाभार्थी था तो उसका प्रार्थीत्व रद्द कर दिया जाएगा. इस संदर्भ में अनेक याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कई याचिकाओं में तथाकथित पेपर लीक के आधार पर नीट-यूजी परीक्षा को रद्द करके नए सिरे से कराने की मांग की गई है. अदालत में अगली सुनवाई 18 जुलाई को होनी है, इसी बीच ITV ने एक सर्वे किया है, जिसमें चार सवाल पूछे गए थे, जिनका परिणाम चौंकाने वाला है.
Q. नीट यूजी पेपर लीक, फिर सीयूईटी यूजी परीक्षा के आंसर की में गड़बड़ी. क्या एनटीए को भंग कर देना चाहिए?
हां- 66.00%
नहीं- 30.00%
कह नहीं सकते- 4.00%
Q. यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने के बाद जेएनयू पीएचडी के लिए एंट्रेंस एग्जाम खुद कराने पर विचार कर रहा है, इससे क्या होगा?
पेपरलीक का खतरा नहीं होगा- 17.00%
परीक्षा में पारदर्शिता आएगी- 26.00%
समय पर एडमिशन होंगे- 38.00%
कह नहीं सकते-19.00%
Q. क्या जेएनयू की तरह देश की बाकी यूनिवर्सिटी को भी एंट्रेंस एग्जाम खुद कंडक्ट करना चाहिए?
हां- 74.00%
नहीं- 23.00%
कह नहीं सकते- 3.00%
Q.सीयूईटी यूजी परीक्षा के नतीजे नहीं आने से जेएनयू में अभी तक यूजी एडिमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. इसका नुकसान क्या होगा?
सेशन लेट शुरू होगा- 36.00%
छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी- 60.00%
कह नहीं सकते- 4.00%
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