हार्दिक पटेल पर गुजरात चुनाव के दौरान हमला हो सकता है. इंटेलिजेंस ब्यूरो की इस रिपोर्ट के बाद हार्दिक पटेल को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है. इससे पहले भी हार्दिक को सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया गया था लेकिन हार्दिक ने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था. इनकार के पीछे की वजह बताते हुए हार्दिक ने कहा था कि पुलिस उनकी जासूसी करवाना चाहती है.
गांधीनगरः पाटीदार नेता हार्दिक पटेल पर गुजरात चुनाव के दौरान हमला हो सकता है. इंटेलिजेंस ब्यूरो की इस रिपोर्ट के बाद हार्दिक पटेल को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है. इंटेलिजेंस ब्यूरो को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की सुरक्षा को लेकर खुफिया जानकारी मिली थी. जिसके बाद हार्दिक पटेल की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया गया. शुक्रवार सुबह से हार्दिक की सुरक्षा में CISF जवानों को तैनात किया जाएगा. हार्दिक पटेल अब 24 घंटे CISF जवानों के सुरक्षा घेरे में रहेंगे.
बताते चलें कि इससे पहले भी हार्दिक को सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया गया था लेकिन हार्दिक ने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था. इनकार के पीछे की वजह बताते हुए हार्दिक ने कहा था कि पुलिस उनकी जासूसी करवाना चाहती है. दलित नेता जिग्नेश मेवाणी भी सिक्योरिटी लेने से इनकार कर चुके है. जिग्नेश का कहना था कि उनके मूवमेंट पर नजर रखने के लिए उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई जा रही है, उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है. इसके बावजूद सरकार ने जिग्नेश की सुरक्षा में दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है. जिग्नेश का कहना है कि अगर उनके ऊपर हमला होता है तो इससे सरकार की बदनामी होगी, लिहाजा सरकार बदनामी से बचने के लिए उन्हें सुरक्षा मुहैया करवा रही है.
गौरतलब है कि गुजरात चुनाव के नतीजों में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल अहम भूमिका निभा सकते हैं. पाटीदार आरक्षण को लेकर हार्दिक लगातार बीजेपी पर हमला कर रहे हैं. एक दिन पहले उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि जिस समय वह सूरत जेल में बंद थे, उस समय बीजेपी ने उन्हें पाटीदार आरक्षण को वापस लेने के लिए 1200 करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया था. गुजरात चुनाव में हार्दिक कांग्रेस के पाले में खड़े दिखाई दे रहे हैं. कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर हार्दिक ने नाराजगी जताई थी, जिसके बाद कांग्रेस ने 4 प्रत्याशियों को बदलने का फैसला किया था.
बताते चलें कि गुजरात में दिसंबर माह में दो चरणों (9 और 14 दिसंबर) में मतदान होगा. गुजरात और हिमाचल प्रदेश के नतीजे एक साथ 18 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. बीजेपी को इस बार कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लगातार गुजरात में कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं. वहीं पीएम मोदी समेत बीजेपी के दिग्गज नेता भी गुजरात में बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे हैं. गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी 27 नवंबर और 29 नवंबर को गुजरात में 8 जनसभाओं को संबोधित करने वाले हैं.
बीजेपी ने गुजरात के चुनावी रण को जीतने के लिए कई केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतरने का फरमान सुनाया है. बीजेपी ने जिन केंद्रीय मंत्रियों को उतारा है, उनमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री उमा भारती, रेल मंत्री पीयूष गोयल और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा शामिल हैं.
हार्दिक पटेल पाटीदार आरक्षण के नाम पर ‘गंजे को कंघी बेचने’ का काम कर रहे हैं?