पंजाब। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्थिति की समीक्षा की और पतियाला हिंसा पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘पटियाला की घटना पर डीजीपी और तमाम आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गई. मामले की तत्काल जांच के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि एक भी अपराधी को बख्शा नहीं […]
पंजाब। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्थिति की समीक्षा की और पतियाला हिंसा पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘पटियाला की घटना पर डीजीपी और तमाम आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गई. मामले की तत्काल जांच के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि एक भी अपराधी को बख्शा नहीं जाए. पंजाब विरोधी ताकतों को किसी भी कीमत पर पंजाब की शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
कुछ सिख युवकों ने शिवसैनिकों को ‘बंदर सेना’ कहते हुए ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाए. वहीं जिस वजह से लगातार विवाद बढ़ता गया और अब इस विवाद ने हिंसा का रूप धारण कर लिया है. मौके पर पहुंचे एसएसपी ने 15 राउंड फायरिंग की. इस दौरान एक हिंदू नेता और थाना त्रिपदी के एसएचओ कर्मवीर सिंह घायल हो गए. बता दें कि डीसी साक्षी साहनी ने शुक्रवार शाम 7 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक जिले में कर्फ्यू लगाने के आदेश दिए हैं.
इससे पहले पुलिस ने दोपहर करीब तीन बजे स्थिति को नियंत्रित किया. हालांकि, सिख संगठनों के सदस्यों ने शहर के फव्वारा चौक पर धरना दिया है. धरने के दौरान युवक सड़क पर बैठकर खाना खा रहे हैं. उधर, पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और लुधियाना के सांसद रवनीत बिट्टू समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है.आईजी पटियाला रेंज राकेश कुमार अग्रवाल, डीसी साक्षी साहनी और एसएसपी नानक सिंह के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.