नई दिल्लीः राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए में सीट शेयरिंग से बेदखल हुए केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस जल्द ही मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देंगे। सोमवार यानी 18 मार्च को दिल्ली में राजग द्वारा बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद पारस ने अपने सरकारी आवास पर पार्टी के नेताओं […]
नई दिल्लीः राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए में सीट शेयरिंग से बेदखल हुए केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस जल्द ही मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देंगे। सोमवार यानी 18 मार्च को दिल्ली में राजग द्वारा बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद पारस ने अपने सरकारी आवास पर पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में पशुपति पारस ने एनडीए से नाता तोड़ने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने दिया है।
दिल्ली में पारस के आवास पर देर शाम तक चली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की बैठक में महागठबंधन में शामिल होने के विकल्प पर बातचीत हुई। बैठक में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, सांसद चंदन सिंह और सांसद प्रिंस राज समेत अन्य नेता मौजूद थे।
पशुपति पारस ने पहले ही साफ कर दिया था कि हम राजग में सीट शेयरिंग की घोषणा तक इंतजार करेंगे। अब हमारे लिए एकमात्र रास्ता बचा है। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए अस्तित्व का सवाल है। राजग में मेरे साथ न्याय नहीं हुआ है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन में हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, वैशाली और नवादा लोकसभा सीट मिलेगी। पारस खुद हाजीपुर से ताल ठोकेंगे।
दिल्ली में रालोसपा की बैठक में एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल होने का फैसला लिया गया। बैठक में शामिल एक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने नाम ने बताने की शर्त पर बताया कि पशुपति पारस ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि जब एनडीए ने हमारी पार्टी का सम्मान नहीं किया है तो पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।