नई दिल्ली, हरियाणा स्थित सच्चा डेरा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की कहानी में एक नया फिल्मी ट्विस्ट देखने को मिल रहा है. बता दें, पिछले साल अक्टूबर में राम रहीम को साल 2002 के मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. अब इस मामले में एक अलग सी याचिका दर्ज़ की […]
नई दिल्ली, हरियाणा स्थित सच्चा डेरा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की कहानी में एक नया फिल्मी ट्विस्ट देखने को मिल रहा है. बता दें, पिछले साल अक्टूबर में राम रहीम को साल 2002 के मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. अब इस मामले में एक अलग सी याचिका दर्ज़ की गई है जिसपर सुनवाई पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट करेगा.
इस याचिका में याचिकाकर्ता ने हरियाणा सरकार को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की प्रामाणिकता की पुष्टि करने का निर्देश देने की मांग की है. याचिकाकर्ता का आरोप है की राज्य सरकार कुछ लोगों के साथ मिलीभगत कर रही है. याचिका में राम रहीम केस में लेकर बड़ी फेरबदल की गई है. फेरबदल में राम रहीम का हमशक्ल जेल में बंद है. बता दें, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इन दिनों पैरोल पर जेल से बाहर है.
अशोक कुमार नाम के नाम के एक शख्स ने यह याचिका दायर की है. याचिकाकर्ता ने खुद के डेरा सच्चा सौदा का कट्टर अनुयायी होने का दावा किया है. और याचिका में आरोप लगाया गया है कि राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने उनके व्यक्तित्व में कई बदलाव देखे. अशोक कुमार बताते हैं कि अचानक डेरा सच्चा सौदा प्रमुख की ऊंचाई बढ़ी, लंबाई, हाथों की उंगलियों के साथ-साथ पैरों के आकार में वृद्धि हुई, आंखों का साइज कम हो गया और उसका आकार बदल गया, कंधों की चौड़ाई कम हो गई, दांतों में भी बदलाव हुआ है, इतना ही नहीं उनकी आवाज और शरीर की भाषा भी बदली सी है.
याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि पैरोल अवधि के दौरान कथित डेरा प्रमुख के हमशक्ल का जो वीडियो जारी किया गया उससे भी यह साफ़ जाहिर है कि उसके चेहरे और हाथों में मेकओवर या मास्किंग है. इसके अलावा याचिका में कहा गया है कि वो गांव वालों के साथ एक बैठक के दौरान कथित डेरा प्रमुख का हमश्क्ल अपने पुराने दोस्तों को पहचानने में भी नाकाम रहा. बता दें, राम रहीम को एक महीने की पैरोल पर रिहा किया गया है.
साल 2002 में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर महीने में चार लोगों समेत उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. मालूम हो ये केस डेरा के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह से संबंधित था. जिनकी साल 2002 में हत्या कर दी गई थी. पिछले महीने हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल से रामरहीम को एक महीने के लिए रिहा किया गया था.
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