नई दिल्लीः आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पार्टी से निष्कासित होने के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी नेतृत्व का कांग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी करने पर आभार जताते हैं। उन्होंने केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा वो वताएं कि ऐसी कौन सी गतिविधियां हैं जो पार्टी […]
नई दिल्लीः आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पार्टी से निष्कासित होने के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी नेतृत्व का कांग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी करने पर आभार जताते हैं। उन्होंने केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा वो वताएं कि ऐसी कौन सी गतिविधियां हैं जो पार्टी के विरोध में थीं।
प्रमोद कृष्णम ने पूछा कि क्या राम का नाम लेना,राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण स्वीकारना या श्री कल्कि धाम का शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी को बुलाना पार्टी विरोध है ? आचार्य ने रविवार यानी 11 फरवरी को संभल के कल्कि धाम में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पदाधिकारियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा की शनिवार देर रात पत्रकारों और मीडिया से कांग्रेस पार्टी से चिट्ठी जारी होने की जानकारी मिली। प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रियंका गांधी के साथ और भी बड़े नेताओं का अपमान हुआ है। कांग्रेस पार्टी की तबाही राममंदिर या कल्कि धाम से नहीं हुई है। बड़े नेताओं के गलत निर्णय इसका कारण है।
आगे उन्होंने कहा कि जब पार्टी ने हिंदू धर्म का विरोध किया और उसे मैंने गलत बताया तो पार्टी ने अपना चेहरा दिखा दिया। आचार्य कृषेणम ने कहा कि राम और धर्म से बड़ा कोई नहीं है। अब जो होगा वह इतिहास में लिखा जाएगा। इसके अलावा सचिन पायलट के सवाल पर कहा कि उनके साथ लगातार गलत हुआ। वह जहर का घूंट पीकर भी अपमान सहन करते रहे।
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