नई दिल्ली: संसद पर आतंकी हमले की बुधवार को 22वीं बरसी है. इस बीच लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली है. लोकसभा में कार्यवाही के दौरान आज अचानक दो युवक दर्शक दीर्घा से कूद गए. उस दौरान भाजपा सांसद खगेन मुर्मू सदन में अपनी बात रख रहे थे. इस दौरान दोनों युवक […]
नई दिल्ली: संसद पर आतंकी हमले की बुधवार को 22वीं बरसी है. इस बीच लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली है. लोकसभा में कार्यवाही के दौरान आज अचानक दो युवक दर्शक दीर्घा से कूद गए. उस दौरान भाजपा सांसद खगेन मुर्मू सदन में अपनी बात रख रहे थे. इस दौरान दोनों युवक बेंच पर कूदने लगे. उन्होंने अपने जूतों में स्प्रे छिपा रखा था. जिसे निकालकर वे स्पे करने लगे. इससे सदन में पीला धुआं फैल गया. इस बीच एक पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने भारतीय संसद में हुई सुरक्षा चूक के पीछे खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के हाथ होने की आशंका जताई है.
पाकिस्तान के विशेषज्ञ कमर चीमा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि भारत की संसद में हुई सुरक्षा चूक के पीछे खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का हाथ हो सकता है. उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि हाल ही में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारतीय संसद पर हमला करने की धमकी दी थी. इसके साथ ही सुरक्षा चूक ठीक उसी दिन हुई, जब 22 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को आतंकियों ने संसद पर हमला किया था.
बता दें कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद भवन पर हमले की धमकी दी थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी. अमेरिका में रहने वाले आतंकी पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि हम संसद पर हमले की बरसी वाले दिन (13 दिसंबर) को संसद की नींव हिला देंगे. इसके साथ ही पन्नू ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के साथ एक पोस्टर भी सोशल मीडिया पर जारी किया था.