नई दिल्लीः संसद भवन की सुरक्षा में हुए सेंधमारी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी और एनसीपी नेत्री सुप्रिया सुले ने सरकार पर निशाना साधा है। बता दें कि संसद भवन के अंदर पांच में से एक आरोपियों ने दर्शक दिर्घा से कूदकर सांसदों […]
नई दिल्लीः संसद भवन की सुरक्षा में हुए सेंधमारी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी और एनसीपी नेत्री सुप्रिया सुले ने सरकार पर निशाना साधा है। बता दें कि संसद भवन के अंदर पांच में से एक आरोपियों ने दर्शक दिर्घा से कूदकर सांसदों के बीच पहुंच गया था और स्प्रे छिड़क दिया था। जिससे लोकसभा के अंदर धुंआ-धुंआ छा गया था। इस ममाले को संसद में अपना विरोध प्रदर्शन जता रहे 15 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विपक्ष ने सरकार से इस मुद्दे पर जवाब मांगा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह संसद की सुरक्षा में भारी चूक है। गृह मंत्रलाय पहले ही यह स्वीकार कर चुके हैं और ये बहुत गंभीर मामला है। उन्हें मामले की परिक्षण करने दीजिए। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सांसद और दिग्गज नेता शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी मामले में बयान दिया है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण मामला है। हालांकि, मुझे बहुत गर्व के साथ कहना होगा कि सभी सांसद एक-दूसरे को बचाने में लगे थे। उन्होंने कहा कि संसद के कर्मचारी ने सभी को सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं की।
जानकारी दें दे कि संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन यानी 13 दिसंबर को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना सामने आई थी। दोपहर करीब एक बजे जब लोकसभा की कार्यवाही जारी थी। उस वक्त दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के अंदर कूद गए और सांसदों की बैठने की जगह पर दौड़ते नजर आए। इस दौरान उन्होंने अपने जूते में छिपाकर लाए केन के जरिए पीले रंग का धुआं भी छिड़का। हालांकि घटना के तत्काल बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।