नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को संसद में विपक्ष को जमकर घेरा. उन्होंने आगे विपक्ष पर मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में चर्चा से बचने का आरोप लगाया है. सोमवार को उन्होंने संसद में विपक्ष से प्रश्न किया कि यदि वह सड़कों पर ही देश के मुद्दे को उठाना […]
नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को संसद में विपक्ष को जमकर घेरा. उन्होंने आगे विपक्ष पर मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में चर्चा से बचने का आरोप लगाया है. सोमवार को उन्होंने संसद में विपक्ष से प्रश्न किया कि यदि वह सड़कों पर ही देश के मुद्दे को उठाना चाहते थे तो उन्होंने संसद की सदस्यता क्यों ली?
बता दें, 20 जुलाई से देश की संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है जहां विपक्ष मणिपुर मुद्दे को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है. इसी मांग को लेकर पिछले कई दिनों से संसद की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ चुकी है. इसी क्रम में सोमवार को भी संसद का मानसून सत्र चला जिस दौरान केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर विपक्ष पर जमकर बरसे. वहीं अनुराग ठाकुर ने पीएम मोदी के मणिपुर मामले में बयान देने की विपक्ष की मांग पर प्रश्न किया, ‘‘यदि आपको (विपक्ष को) सड़कों पर ही मुद्दे उठाने हैं तो सदन में निर्वाचित होने का भला क्या उपयोग?” उन्होंने दावा किया कि मणिपुर की स्थिति पर सरकार चर्चा कराने के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि सत्ता पक्ष पहले ही साफ़ कर चुका है कि वह मणिपुर हिंसा मामले समेत किसी भी मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए तैयार है. हालांकि संसद में विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है. जहां सदन की कार्यवाही बार-बार हंगामे की भेंट चढ़ रही है लेकिन मणिपुर मामले पर चर्चा होने का नाम नहीं ले रही. विपक्ष पर निशाना साधने के अलावा केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिनेमैटोग्राफ अधिनियम, 1952 में और संशोधन करने के लिए सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक, 2023 को लोकसभा में विचार और पारित करने के लिए पेश किया। बता दें, विधेयक पहले राज्यसभा द्वारा पारित किया गया था।