नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा की सेंधमारी के बाद गृह मंत्रालय की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है। अब पार्लियामेंट की सुरक्षा केंद्रीय औधोगिक सुरक्षा बल के हाथों में दे दी गई है। पहले संसद भवन की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के जिम्मे थी। बता दें कि 13 दिसंबर को छह में से एक आरोपियों […]
नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा की सेंधमारी के बाद गृह मंत्रालय की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है। अब पार्लियामेंट की सुरक्षा केंद्रीय औधोगिक सुरक्षा बल के हाथों में दे दी गई है। पहले संसद भवन की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के जिम्मे थी। बता दें कि 13 दिसंबर को छह में से एक आरोपियों ने लोकसभा के अंदर दर्शक दीर्घा से कूदकर सांसदों के बीच पहुंच गया था। जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया था। हालांकि पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं सुरक्षा चूक के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
बता दें कि संसद पर हमले के बरसी के दिन दो लोग सदन में सदन में घुस गए थे। जिसके बाद दोनों आरोपियों ने दर्शक दीर्घा से कूदकर सांसदों के बीच पहुंच गया था और अपने पास से स्प्रे निकालकर छिड़क दिया था। जिसकी वजह से सदन के भीतर धुंआ-धुंआ छा गया था। हालांकि सांसदों ने दोनों आरोपियों को काबू में कर लिया था। बाद में पुलिस ने बाहर प्रदर्शन कर रहे चार आरोपियों सहित छह को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं अदालत ने सभी छह आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेज दिया हैं।
सीआईएसएफ ने उप महानिरीक्षक अजय कुमार की अध्यक्षता में एक बोर्ड गठित की है। जो संसद भवन परिसर का व्यापक एवं सघन सर्वेक्षण करेगा ताकि सीआईएसएफ की सुरक्षा एवं दमकल की नियमित तैनाती की जा सके। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ के महानिदेशालय को बुधवार यानी 20 दिसंबर को संसद भवन परिसर के व्यापक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया था। जिस पर सीआईएसएफ महानिदेशालय ने तुरंत ही बोर्ड गठित करने का निर्णय लिया है।