नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के बाद ये मुद्दा गरमाता जा रहा है। गृह मंत्रालय ने कमेटी बनाकर जांच के आदेश दे दिए गए है। वहीं विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में कार्यवाही के दौरान हंगामा करते हुए आसन की तरफ चले गए। जिसके चलते 15 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं […]
नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के बाद ये मुद्दा गरमाता जा रहा है। गृह मंत्रालय ने कमेटी बनाकर जांच के आदेश दे दिए गए है। वहीं विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में कार्यवाही के दौरान हंगामा करते हुए आसन की तरफ चले गए। जिसके चलते 15 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं घटना वाले दिन बीएसपी से निष्कासित सांसद दानिश अली ने मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर आरोप लगाया था कि उनके करीबियों ने संसद में हंगामा मचाया है। जिसके बाद भाजपा सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर सफाई दिया था। वहीं आज उन्होंने इस मु्द्दे पर अपनी बात रखी हैं।
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की सफाई
सूत्रों के मुताबिक भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने अपने सफाई में कहा कि आरोपी मनोरंजन का घर उनके लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है। मनोरंजन के पिता ने मुझसे कहा था कि मेरा बेटा संसद भवन का दौरा करना चाहता है। वो महीनों से विजिटर पास बनवाने का जिद कर रहे थे। इसके अलाव दूसरा आरोपी सागर भी लगातार विजिटर पास के लिए सांसद के पीए से संपर्क कर रहा था। जिसके बाद दोनों को विजिटर पास जारी कर दिए गए थे।
चारों आरोपियों को पुलिस ने दिल्ली पटियाला कोर्ट में पेश किया। इससे पहले पूछताछ के दौरान चारों आरोपियों ने पुलिस को कहा कि वे बेरोजगारी और मणिपुर जैसे मुद्दों को लेकर चिंतित थे। चारों अरोपियों ने कहा कि वे सांसदों का ध्यान आकर्षित करना चाहते थे ताकि इन मुद्दों पर बहस शुरु किया जा सके। इससे पहले विपक्षी सांसदों ने प्रताप सिम्हा के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे थे।