नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजा जा चुका है। सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल की अध्यक्षता में बनी कमेटी की देखरेख में दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट इस मामले की तफ्तीश में लगी हुई है। इसी सिलसिले में यूनिट की एक स्पेशल टीम लखनऊ […]
नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजा जा चुका है। सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल की अध्यक्षता में बनी कमेटी की देखरेख में दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट इस मामले की तफ्तीश में लगी हुई है। इसी सिलसिले में यूनिट की एक स्पेशल टीम लखनऊ स्थित संसद में कलर स्प्रे करने के आरोपी सागर शर्मा के घर जांच करने पहुंची है। वहां उसके परिवारवालों से पूछताछ की जा रही है। ताजा खुलासा ये हुआ है कि सागर जिस जूते में स्प्रे छुपाकर संसद परिसर में लाया था, उसे लखनऊ के आलमबाग के सडाना फुट वियर से खरीदा गया था। बताया जा रहा है कि जूते लांसर कंपनी के थे, जिनकी कीमत लगभग 600 रुपए है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी सागर शर्मा के घर पहुंचकर उसके माता-पिता और बहन से पूछताछ कर चुकी है। इस दौरान उनके घर के दरवाजे बंद थे। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पुलिस ने वीडियो कॉल करके सागर से उसके परिवारवालों से बात कराई है। पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस के जवान सादे लिवास में घर के बाहर मौजूद रहे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सागर ने आलमबाग के सडाना फूट वियर से जूते खरीदे थे। उधर दुकानदार दीपक सडाना का कहना है कि उनके दुकान पर बहुत लोग आते हैं। उनको हर किसी का चेहरा याद नहीं रहता।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि आरोपियों को पहले से पता था कि साधारण जूतों में कलर स्प्रे ले जाना संभव नहीं है। ऐसे में उन्होंने लखनऊ में स्पेशल जूते बनवाने की योजना बनाई थी। इसकी जिम्मेदारी सागर को सौंपी दी गई थी। उसके द्वारा बनवाए गए जूतों में स्प्रे छुपाकर आरोपी संसद भवन में पहुंचे थे। खास बनावट के जूते होने की वजह से उसके बारे में सुरक्षा अधिकारियों को पता नहीं चल पाया और वे चकमा देने में कामयाब रहा। वहीं सागर और मनोरंजन संसद की वेल में कूदने के बाद हंगामा करने लगा। सांसदों ने जब घेराबंदी करके उनको पकड़ने की कोशिश की तो जूते से कलर स्प्रे निकालर धुंआ – धुंआ कर दिया।