अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने पीएम मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा 2025' कार्यक्रम के तहत 10वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स से बात की है। उन्होंने इस दौरान छात्रों को तनाव से दूर रहने के टिप्स दिए। साथ ही अपनी जिंदगी से जुड़े हुए कुछ ऐसे किस्से शेयर किये, ताकि उन्हें सीखने में मदद मिले।
Deepika Padukone on Pariksha Pe Charcha 2025: बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने पीएम मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ कार्यक्रम के तहत 10वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स से बात की है। उन्होंने इस दौरान छात्रों को तनाव से दूर रहने के टिप्स दिए। साथ ही अपनी जिंदगी से जुड़े हुए कुछ ऐसे किस्से शेयर किये, ताकि उन्हें सीखने में मदद मिले। दीपिका ने इस दौरान बच्चों से कहा कि डिप्रेशन के बारे में बात करना जरूरी है।
छात्रों से बात करते हुए दीपिका पादुकोण ने कहा कि मैं बचपन में बहुत शरारती थी। मुझे हमेशा से ही एक्स्ट्रा करिकुलर गतिविधियों में रुचि थी। फैशन, डांस और खेल को लेकर बहुत उत्साहित रहती थी। मैं इस मामले में बहुत खुशकिस्मत हूं कि मेरे माता-पिता ने मुझ पर अच्छे अंकों के लिए दबाव नहीं डाला। मैं हर माता-पिता से कहना चाहती हूं कि उन्हें अपने बच्चे की क्षमता को पहचानना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि स्ट्रेस को फील करना नेचुरल है लेकिन उसको हम कैसे हैंडल करते हैं, ये सबसे ज्यादा जरूरी है।
#WATCH ‘परीक्षा पर चर्चा’ | अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने छात्रों से बातचीत की।
छात्रों से बात करते हुए दीपिका पादुकोण ने कहा, “… मैं बचपन से ही बहुत शरारती थी। मुझे हमेशा से ही एक्स्ट्रा करिकुलर गतिविधियों में रुचि थी… मैं फैशन, डांस और खेल को लेकर बहुत उत्साहित रहती थी…… pic.twitter.com/88vhsAoLT2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2025
दीपिका ने छात्रों के साथ अपने डिप्रेशन से उभरने की कहानी शेयर करते हुए कहा कि मैं बस काम करती गई और एक दिन अचानक बेहोश हो गई। कुछ दिनों बाद मुझे ऐसा अहसास हुआ कि मुझे डिप्रेशन हुआ था। डिप्रेशन को हम देख नहीं सकते हैं और बहुत मैंने तो बहुत समय तक किसी से ये शेयर नहीं किया। मेरी मम्मी मेरे पास आई तो मैं रोने लगी। मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि करूं क्या? उस समय ऐसा लगता था कि मुझे अब जीना नहीं है।
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