नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के लिए “पारस्परिक शांति और समृद्धि के हित” में जम्मू-कश्मीर विवाद को हल करने का आह्वान किया। बता दें शहबाज शरीफ ने हाल ही में पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में कमान […]
नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के लिए “पारस्परिक शांति और समृद्धि के हित” में जम्मू-कश्मीर विवाद को हल करने का आह्वान किया। बता दें शहबाज शरीफ ने हाल ही में पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में कमान संभाली है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अप्रैल को ट्वीट कर उन्हें बधाई दी थी और एक पत्र लिखा था। इस पत्र में पीएम मोदी ने आतंक मुक्त क्षेत्र की बात कही थी जिसका जवाब अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर दिया है।
शाहबाज शरीफ ने पहले तो पीएम मोदी को शुभकामनाएं देने के लिए धन्यवाद कहा। इसके बाद उन्होंने पत्र में लिखा ‘ मैं यह बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान भी क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. आतंकवाद से लड़ने और उसे खत्म करने में हमारे बलिदान और योगदान को जाना जाता है और विश्व स्तर पर इसे स्वीकार किया जाता है. ‘ उन्होंने आगे लिखा कि हमारा मानना है कि पाकिस्तान और भारत के बीच शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध हमारे लोगों और इस क्षेत्र की प्रगति और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए अनिवार्य हैं. शाहबाज शरीफ ने लिखा कि जम्मू कश्मीर के मूल मुद्दे सहित सभी अन्य विवादों के सार्थक जुड़ाव और शांतिपूर्ण समाधान के माध्यम से सर्वोत्तम रूप से प्राप्त किया जा सकता है. आइए हम शांति सुनिश्चित करें और अपने लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए काम करें
शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के मुस्लिम लीग (N) के नेता है और वे देश के 23वें प्रधानमंत्री बने है. सयुक्त विपक्ष की ओर से उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाया गया था. बता दें शहबाज शरीफ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं और वे पंजाब प्रान्त के 3 बार मुख्यमंत्री रहे है. शहबाज शरीफ को बीते सोमवार को देश का 21 वां प्रधानमंत्री चुना गया था,उनके पक्ष में 174 वोट पड़े. वोटिंग के दौरान इमरान खान और उनके पार्टी के सांसदों ने इस पूरी प्रक्रिया से दूरी बनाई हुई थी.