इसी साल अक्टूबर में आरएसएस प्रचारक रविंद्र गोसाईं की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रमनदीप और हरदीप सिंह नामक आरोपियों से पूछताछ की गई. रमनदीप और हरदीप को कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं. पूछताछ में ISI की नापाक करतूतों का खुलासा हुआ.
चंडीगढ़ः पंजाब में पिछले दो वर्षों में हुई आरएसएस कार्यकर्ताओं, डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों और एक पादरी की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NIA जांच में पता चला है कि इन सभी हत्याओं में खालिस्तान का हाथ था. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर ही खालिस्तान ने इन हत्याओं को अंजाम दिया था. NIA अधिकारियों के अनुसार, ISI ने पंजाब में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए ऐसा किया था.
इसी साल अक्टूबर में आरएसएस प्रचारक रविंद्र गोसाईं की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रमनदीप और हरदीप सिंह नामक आरोपियों से पूछताछ की गई. रमनदीप और हरदीप को कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं. पूछताछ में ISI की नापाक करतूतों का खुलासा हुआ. दोनों आरोपियों ने रविंद्र हत्या की बात कबूल की. साथ ही यह भी बताया कि दोनों 6 अन्य लोगों को भी मौत के घाट उतार चुके हैं. आरएसएस के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश गगनेजा, शिवसेना नेता दुर्गा प्रसाद गुप्त, डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी सतपाल सिंह और उनका बेटा, हिंदू तख्त के नेता अमित शर्मा और इसी साल जुलाई में एक पादरी की हत्या भी इन्हीं दोनों ने की थी.
ISI और KLF के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर बने रमनदीप और हरदीप इंटरनेट के जरिए अपने हुक्मरानों से संपर्क में रहते थे. ISI और KLF ने हवाला के जरिए इन्हें 40 लाख रुपये भी भिजवाए थे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रमनदीप मार्च 2015 में ट्रेनिंग के लिए UAE भी गया था. NIA जांच में इसका भी खुलासा हुआ है कि ISI ने खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) के नेता हरमिंदर सिंह मिंटू और हरमीत सिंह को पाकिस्तान बुलाया था और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही थी. आरोपियों के कबूलनामे के बाद NIA जल्द इन सभी मामलों की जांच करेगा.
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