Pakistani Drone Enters Punjab, Punjab me Ghusa Pakistani Drone: पंजाब में एक और पाकिस्तानी ड्रोन घुसता हुआ देखा गया. इसी के बाद तैनात सुरक्षाबलों ने उसकी खोज शुरू कर दी है. पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के लिए हैवी ड्यूटी ड्रोन ने 8 बार एके -47 हमला राइफलें, सैटेलाइट फोन और ग्रेनेड गिराए थे. एक बार फिर ड्रोन ने सोमवार आधी रात के आसपास कथित तौर पर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया. ड्रोन कथित तौर पर भारतीय क्षेत्र में एक किलोमीटर तक आया. बीएसएफ ने पहले पाकिस्तान की तरफ से संदिग्ध ड्रोन उड़ते हुए देखे थे. तरनतारन जिले में ड्रोन द्वारा हथियार गिराए जाने के कुछ दिनों बाद फिर ड्रोन सीमा में घुसे हैं.
चंडीगढ़. सोमवार रात पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुसैनीवाला सीमा के माध्यम से एक पाकिस्तानी ड्रोन को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया था. राज्य के तरनतारन जिले में कुछ ही सप्ताह पहले भारी संख्या में मानव रहित हवाई वाहनों से भारी संख्या में एके -47 असॉल्ट राइफलें, सैटेलाइट फोन और हथगोले छोड़ने की खबरों के मद्देनजर ये जांच की जा रही है. सोमवार की रात, फिरोजपुर के हुसैनीवाला सीमा चौकी पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने पाकिस्तान की तरफ से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने वाले एक ड्रोन को देखा. बीएसएफ द्वारा पंजाब पुलिस को अलर्ट किए जाने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया. स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स में बीएसएफ के एक सूत्र के हवाले से बताया गया कि आधी रात को गायब होने से पहले, कथित तौर पर ड्रोन सीमा चौकी के करीब एक किलोमीटर दूर भारतीय क्षेत्र में आया था. उस रात से पहले, इस क्षेत्र में बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से संदिग्ध समय में रात 10 बजे से रात 10:40 बजे के बीच ड्रोन उड़ते हुए देखे थे. पिछले महीने, पंजाब पुलिस ने 10 दिनों की अवधि में आठ सॉर्टियों में बड़ी संख्या में एके-47 असॉल्ट राइफलें, ग्रेनेड और सैटेलाइट फोन गिराने वाले पाकिस्तान के ड्रोनों की रिपोर्ट की थीय 5 किलोग्राम तक के पेलोड ले जाने वाले ड्रोन कथित तौर पर तेजी से और कम उड़ान भरने वाले थे.
अधिकारियों का मानना है कि हथियार जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के लिए थे, जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा देने के बाद अव्यवस्था के तहत रखा गया था. संयुक्त राष्ट्र के समक्ष मामले को उठाते हुए पाकिस्तान ने इस कदम को खारिज कर दिया था. खुफिया एजेंसियों ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने केंद्रीय कदम के मद्देनजर नियंत्रण रेखा के साथ अपने सभी आतंकी शिविरों को फिर से सक्रिय कर दिया है, और सर्दियों की शुरुआत से पहले घुसपैठ के प्रयासों में तेजी से वृद्धि का अनुमान लगाया है. इस महीने की शुरुआत में, जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने दावा किया था कि राज्य में 200-300 आतंकवादी सक्रिय थे.
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