नई दिल्ली: जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि सिंध में तैनात पुलिसकर्मियों को यह जिम्मेदारी दो महीनों के लिए सौंपी गयी है. हिन्दुओं से और मंदिरों की सुरक्षा में तैनात कर्मियों से सिंध के आईजीपी मेमन ने सहयोग मांगा है. विस्तार हिंदू मंदिरों में हो रही तोड़फोड़ को रोकने के लिए पाकिस्तान देश […]
नई दिल्ली: जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि सिंध में तैनात पुलिसकर्मियों को यह जिम्मेदारी दो महीनों के लिए सौंपी गयी है. हिन्दुओं से और मंदिरों की सुरक्षा में तैनात कर्मियों से सिंध के आईजीपी मेमन ने सहयोग मांगा है.
हिंदू मंदिरों में हो रही तोड़फोड़ को रोकने के लिए पाकिस्तान देश के सिंध प्रांत में पुलिस के द्वारा 400 कर्मियों को तैनात किया गया है. हिंदू मंदिरों पर राकेट लांचर छोड़ने और बुलडोजर चलने जैसे मामले सामने आने के बाद कड़ी सुरक्षा प्रबंधों का अलर्ट जारी किया गया है. हमला करने वाले आतंकियों का एक पूरा ग्रुप बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक़ मंदिरों के आसपास रह रहे हिंदुओं के घर पर भी हमलावरों द्वारा भारी गोलाबारी की गयी है. इस दौरान कराची सोल्जर बाजार के 150 वर्ष पुराने देवी मंदिर को निशाना बनाया गया. इन हमलों में राकेट लॉन्चर्स से मंदिरों को भारी नुकसान हुआ है. बीते 48 घंटों में दो हिन्दू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है.
मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) का कहना है कि सिंध प्रांत के काशमोर और घोटकी जिलों में कानून व्यवस्था बिगड़ने की रिपोर्ट सामने आने से वह चिंतित है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ महिलाओं और बच्चों समेत लगभग 30 हिन्दुओं को बंधी बना लिया गया है. मंत्री जियानचंद एस्सारानी ने सिंध के अल्पसंख्यक मामलों में अपील करते हुए कहा कि शांतिपूर्वक रह रहे लोगों को नुक्सान ना पहंचाया जाए. एमक्यूएम-पी से विधायक मंगल शर्मा ने कहा कि हिंदू मंदिरों को तोड़ने की घटना से हिंदू लोगों में आक्रोश है.