Pakistan On All Cross LoC Trade Suspension: पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी बिगड़ गए हैं. इस बीच भारत ने जम्मू-कश्मीर स्थित एलओसी के जरिये होने वाले व्यापार पर भी रोक लगा दी है जिससे पाकिस्तान और भड़क गया है. पाकिस्तान ने भारत के इस कदम की निंदा करते हुए एकतरफा फैसला बताया है और कहा है कि भारत द्वारा नशीले पदार्थों की तस्करी और फेक करंसी भेजने का आरोप निराधार है.
नई दिल्ली. Pakistan On All Cross LoC Trade Suspension: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 45 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने की घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में काफी खटास आ गई है. इस बीच बीते गुरुवार को भारत ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दूसरी तरफ से व्यापार की छूट पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी जिससे पाकिस्तान बौखला गया है और उसने भारत के इस कदम की निंदा करते हुए एकतरफा फैसला बताया है.
दरअसल, भारत ने पाकिस्तान के अपने व्यापारिक संबंध तो तोड़े ही, साथ ही आतंकवाद के मसले पर अंतरराष्ट्रीय जगत में भी पाकिस्तान को अगल-थलग कर दिया. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति वैसे ही काफी खस्ता है. ऐसे में भारत के हालिया प्रतिबंध से पड़ोसी देश की हालत और ज्यादा खराब हो जाएगी. गृह मंत्रालय ने आदेश जारी करते हुए 19 अप्रैल से जम्मू-कश्मीर स्थित एलओसी के जरिये पाकिस्तान से होने वाले व्यापार पर रोक लगाने की घोषणा की थी.
रविवार को पाकिस्तान सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत द्वारा व्यापार की छूट पर रोक लगाने का फैसला सही नहीं है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में वैध और जरूरी कामों में लगे लोगों को भी आतंकवाद से जोड़ने का भारत का प्रयास है. वहीं भारत का कहना है कि पाकिस्तान एलओसी के जरिये नकली नोटों और नशीले पदार्थों की तस्करी करता है.
पाकिस्तान ने भारत से अपील है कि दोनों सृजनात्मक तरीकों से विवादास्पद मसलों का हल करें और एकतरफा फैसले लेने से बचे. मालूम हो कि भारत ने सीमापार व्यापार का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग होने की खबरें आने के बाद पाकिस्तान से एलओसी में व्यापारिक रिश्तों पर कड़ी कार्रवाई का फैसला किया है. बारामुला जिले स्थित उरी में सलामाबाद और पूंछ जिले में चक्कन-दा-बाग से भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार होते हैं.
मालूम हो कि काफी कोशिशों के बाद एलओसी पर सीमा पार व्यापार दोनों देशों के बीच विश्वासबहाली के लिए शुरू किया गया था, लेकिन पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने की वजह से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है.