नई दिल्लीः पाकिस्तान में आत्मघाती हमले में पांच चीनी नागरिकों की मौत के बाद पाकिस्तान और चीन की दोस्ती में दरार आ गई है। घटना होने के बाद सुरक्षा का हवाला देते हुए एक दिन पहले तारबेला जलविद्दुत परियोजना का काम रोकने के बाद चीनी निर्माण कंपनी ने दासू और डायमर-भाषा जल विद्दुत परियोजना कार्य […]
नई दिल्लीः पाकिस्तान में आत्मघाती हमले में पांच चीनी नागरिकों की मौत के बाद पाकिस्तान और चीन की दोस्ती में दरार आ गई है। घटना होने के बाद सुरक्षा का हवाला देते हुए एक दिन पहले तारबेला जलविद्दुत परियोजना का काम रोकने के बाद चीनी निर्माण कंपनी ने दासू और डायमर-भाषा जल विद्दुत परियोजना कार्य को रद्द कर दिया है।
वहीं अपने नागरिकों की मौत की जांच के लिए चीनी जांचकर्ता शुक्रवार यानी 29 मार्च को पाकिस्तान पहुंच गए। इसी बीच चीन की सेना ने कहा कि वह आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान की मदद को तैयार हैं। पाकिस्तान में संचालित चीनी परियोजनाओं में काम करने वाले चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चीन ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
उसने चीनी नागरिकों पर हमला करने वालों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई का पाकिस्तान पर दबाव बनाया है। दासू बांध और डायमर-भाषा जलविद्युत परियोजनाओं में काम करने वाले स्थानीय कर्मचारियों को अगले आदेश तक घर पर रहने को कहा गया है। हालांकि, खैबर-पख्तूनख्वा के ही मोहमंद बांध पर चीनी इंजीनियरों ने काम जारी रखा है।
जानकारी दे दें कि मंगलवार को खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के शांगला जिले के बिशम इलाके में दासू जलविद्युत परियोजना में काम करने वाले मजदूर को लेकर जा रही बस में विस्फोटकों से भरे एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। इसमें पांच चीनी नागरिकों समेत छह लोगों की मृत्यु हो गई थी। वहीं, चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वु क्यान ने कहा है कि क्षेत्र में स्थायित्व और शांति की कामना के साथ चीन आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान की मदद कर सकता है।