देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया. 92 साल की उम्र में दिल्ली एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पाकिस्तान के चकवाल जिले के गाह गांव में जन्म हुआ था. विभाजन के बाद वह परिवार सहित भारत आ गए थे.
खुशबू नाम की यह महिला वीडियो में खुद के साथ हुए धोखे को के बारे में बताती नजर आ रही है। महिला के मुताबिक शाहिद खान नाम के एक लड़के ने कुछ सालों पहले उससे शादी की थी। इस शादी से चार बच्चे पैदा हुए हैं। लेकिन अब शाहिद ने उसे छोड़कर दूसरी हिंदू लड़की के साथ रहना शुरू कर दिया है।
Barack Obama on Manmohan Singh: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी किताब A Promised Land में दावा किया था कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मुंबई के आतंकी...
एक ऐसा अर्थशास्त्री जिसका न तो कोई जनाधार था और न ही राजनीति का कोई खास अनुभव, आखिर वह कैसे बन गया देश का पीएम. जानें मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने की पूरी कहानी.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुरुवार-26 दिसंबर को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। इस बीच पूर्व पीएम का पार्थिव शरीर उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह शांत और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे, जिसके कारण उन्हें उनके राजनीतिक विरोधी भी उनका सम्मानित करते थे।
पूर्व प्रधानमंत्री चाहे विदेश यात्रा पर रहे हो या फिर कोई जरुरी कर्यक्रम में उनकी उपस्थिति, वो हमेशा अपने साधारण पोषक के साथ नीली पगड़ी में नजर आए। अब आप यह जाने के लिए उत्सुक होंगे कि क्यों पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोह सिंह नीली पगड़ी पहनते थे।
मनमोहन सिंह अर्थशास्त्री थे, इसीलिए शायद उन्हें राजनेताओं की तरह भाषण देने की कला नहीं आती थी, लेकिन संसद में कई बार उन्होंने अपने शायराना अंदाज से बीजेपी नेताओं को मुस्कुराने पर मजबूर कर दिया।
राज्य भाजपा अध्यक्ष न्नामलाई ने खुद को कोड़े मारकर विरोध जताया। खुद को कोड़े मारने को लेकर उन्होंने कहा कि जो लोग तमिल संस्कृति को समझते हैं. वो जानते होंगे कि ये सब इसी भूमि का हिस्सा। खुद को कोड़े मारकर चोट पहुंचाना, दंडित करना और खुद को मुश्किल परिस्थितियों से गुजारना तमिल संस्कृति का हिस्सा है।
शब्दों के जादूगर अटल बिहारी वाजपेई ने उनके भाषण पर जमकर हमला किया। भरे सदन में अटल बिहारी वाजपेयी ने उनकी इतनी आलोचना की कि मनमोहन सिंह को बुरा लग गया।
भारत में पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार के दौरान विशेष प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसका उद्देश्य देश के लिए उनके योगदान और पद की गरिमा का सम्मान करना है। आइए आपको बताते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार में क्या प्रोटोकॉल होता है।