कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने बॉलीवुड के एक्टर्स को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है, 'बात बात पर ट्वीट करने वाले बॉलीवुड के लोगों का एक भी ट्वीट मनमोहन सिंह जी के लिए नहीं है । शायद वह पूर्व प्रधानमंत्री हैं?'
डॉ. मनमोहन सिंह शांत और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे, जिसके कारण उन्हें उनके राजनीतिक विरोधी भी उनका सम्मानित करते थे।
डॉ. मनमोहन सिंह शांत और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे, जिसके कारण उन्हें उनके राजनीतिक विरोधी भी उनका सम्मानित करते थे।
अंतिम संस्कार से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया है। खड़गे ने केंद्र सरकार से मांग की है कि मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार जहां पर किया जाए, वहां पर उनका स्मारक बनाया जाए।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में समाधि परिसर में 'राष्ट्रीय स्मृति' बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कैबिनेट के फैसले के मुताबिक वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य राष्ट्रीय नेताओं का अंतिम संस्कार यहीं किया जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह शांत और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे, जिसके कारण उन्हें उनके राजनीतिक विरोधी भी उनका सम्मानित करते थे। मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल यानी शनिवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर होगा।
मनमोहन सिंह के बारं में कहा जाता है कि वह एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री थे. इसी नाम से उनके मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू ने एक किताब भी लिखी है लेकिन मनमोहन सिंह ने जो किस्सा खुद सुनाया था उसके मुताबिक वह एक्सीडेंटली वित्त मंत्री भी बने थे.
बता दें कि शुक्रवार की शाम कांग्रेस मुख्यालय पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग हुई। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने तो इसकी खबर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित उनके पैतृक गांव गाह तक पहुंची। जहां उनके बचपन के दोस्त आज भी मौजूद हैं।
कल यानी शनिवार सुबह-8 बजे डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा। यहां पर एक घंटे तक कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा।