नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार यानी 25 जनवरी को पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इसके तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किए जाने वाली हस्तियों के नामों की घोषणा भी कर दी गई है। इससे पहले 23 जनवरी को केंद्र सरकार ने बिहार के […]
नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार यानी 25 जनवरी को पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इसके तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किए जाने वाली हस्तियों के नामों की घोषणा भी कर दी गई है। इससे पहले 23 जनवरी को केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कूर्परी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान किया था। वहींं इस बार कुल 110 लोगों को पद्म श्री अवॉर्ड, 17 लोगों को पद्म भूषण सम्मान और 5 लोगों को पद्म विभूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।
1. पारबती बरुआ( समाज सेवा, असम)- भारत की पहली महिला हाथी महावत है। उन्होंने रूढ़िवादिता से उबरने के लिए 14 साल की उम्र में जंगली हाथियों को वश में करना शुरू किया था। उन्हें सामाजिक कार्य (पशु कल्याण) के क्षेत्र में पद्म श्री के लिए चयनित किया गया है।
2. जागेश्वर यादव ( छत्तीसगढ़, उम्र- 67 साल)- जशपुर के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जागेश्वर यादव को सामाजिक कार्य (आदिवासी पीवीटीजी) के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म श्री दिया जाएगा। उन्होंने हाशिये पर पड़े बिरहोर पहाड़ी कोरवा लोगों के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
3.चामी मुर्मू – सरायकेला खरसावां की आदिवासी पर्यावरणविद् और महिला सशक्तिकरण चैंपियन चामी मुर्मू को सामाजिक कार्य (पर्यावरण वनीकरण) के क्षेत्र में पद्म से सम्मानित किया जाएगा।
4. गुरविंदर सिंह (हरियाणा, उम्र- 53 साल)- बेघर, निराश्रितों, महिलाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों के विकास के लिए काम करने वाले सिरसा के दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह को सामाजिक कार्य (दिव्यांगजन) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा।
5. सत्यनारायण बेलेरी (केरल, उम्र-50 साल)- कासरगोड के चावल किसान सत्यनारायण बेलेरी को कृषि अनाज चावल के क्षेत्र में पद्म श्री दिया जाएगा। उन्होंने 650 से अधिक पारंपरिक चावल किस्मों को संरक्षित करके धान की फसलों के संरक्षक करने का काम किया है।
6. दुखू माझी (पश्चिम बंगाल, उम्र- 78 साल)- पुरुलिया के सिंदरी गांव के आदिवासी पर्यावरणविद् दुखू माझी को पर्यावरण वनीकरण के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा। उन्होंने हर दिन अपनी साइकिल पर नए जगहों की यात्रा करते हुए बंजर भूमि पर 5,000 से अधिक बरगद, आम और जामुन के पेड़ लगाए।
7. के चेल्लम्मल (अंडमान व निकोबार, उम्र- 69 साल)- दक्षिण अंडमान के जैविक किसान के. चेल्लम्मल जिन्हें नारियल अम्मा के नाम से भी जाना जाता है। उनको कृषि जैविक के क्षेत्र में पद्मश्री मिला है। उन्होंने लगभग 10 एकड़ का जैविक फार्म सफलतापूर्वक विकसित किया है।
8. संगथंकिमा ( मिजोरम, उम्र- 63 साल)- मिजोरम के सबसे बड़े अनाथालय थुतक नुनपुइटु टीम चलाने वाले आइजोल के एक सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा को सामाजिक कार्य (बाल) के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा।
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