नई दिल्ली. आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को बड़ा झटका लगा है. सीबीआई कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया है. अब सीबीआई 26 अगस्त तक इस केस में और सबूत जुटाने के लिए चिदंबरम से सख्ती से पूछताछ करेगी. दूसरी तरफ दिल्ली हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम संरक्षण याचिका दायर की थी. रिमांड पर जाने के बाद अब इसका कोई मतलब नहीं रह गया है. हालांकि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की ओर से गिरफ्तारी से बचने के लिए भी उन्होंने शीर्ष अदालत में अंतरिम संरक्षण याचिका दायर की थी जिस पर कोर्ट मंगलवार 27 अगस्त को सुनवाई करेगा. यानी की ईडी को भी चिदंबरम की गिरफ्तारी के लिए और वक्त मिल गया है. चिदंबरम की सीबीआई रिमांड 26 अगस्त तक खत्म होगी. इसके बाद ईडी के पास भी चिदंबरम की गिरफ्तारी का पूरा मौका रहेगा. ऐसे में अभी चिदंबरम को जेल जाने से पहले सीबीआई और ईडी दफ्तरों में बहुत रातें गुजारनी बाकी हैं.
सीबीआई ने चिदंबरम को बुधवार रात उनके दिल्ली के जोर बाग स्थित घर से गिरफ्तार किया था. उनसे गुरुवार दिन में पूछताछ कर सीबीआई कोर्ट में पेश किया. सीबीआई ने अदालत में दलील दी कि चिदंबरम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं ऐसे में उन्हें रिमांड पर भेजा जाए. वहीं चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में मोर्चा संभाला और सीबीआई की दलीलों का विरोध किया.
उन्होंने कहा कि चिदंबरम इस केस में शुरुआत से सहयोग कर रहे हैं, बल्कि सीबीआई ने गलत रवैया अपनाया है. हालांकि सीबीआई कोर्ट ने पी चिदंबरम को 26 अगस्त तक रिमांड पर भेजे जाने का फैसला सुनाया. अब सीबीआई आईएनएक्स मीडिया केस में और सबूत जुटाने के लिए पांच दिन तक उनसे पूछताछ करेगी.
26 अगस्त को रिमांड खत्म होने के बाद सीबीआई चिदंबरम को फिर से कोर्ट में पेश करेगी. सीबीआई उस दिन कोर्ट से रिमांड आगे बढ़ाने या फिर चिदंबरम को जेल भेजने की दलील दे सकती है. हालांकि चिदंबरम पूरी कोशिश करेंगे कि इस केस में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल जाए. साथ ही अगली पेशी के दिन ईडी भी कोर्ट में चिदंबरम की कस्टडी मांग सकती है. सीबीआई कोर्ट या तो पी चिदंबरम की सीबीआई रिमांड बढ़ाने या जेल भेजने या फिर जमानत देने का फैसला सुनाएगा.
यदि 26 अगस्त को उन्हें सीबीआई कोर्ट से जमानत मिल भी जाती है तो ईडी तुरंत उन्हें गिरफ्तार कर सकती है. ईडी मामले में चिदंबरम की अंतरिम संरक्षण याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 27 अगस्त को सुनवाई होनी है. इससे पहले यदि ईडी उन्हें अपनी हिरासत में ले लेती है तो उनकी मुश्किलें और बढ़ जाएगी. क्योंकि ईडी के पास सीबीआई से ज्यादा अधिकार हैं. ईडी यदि चिदंबरम से बयान का एक पन्ना भी रिकॉर्ड करवा लेती है तो इसे सबूत के तौर पर पेश किया जा सकता है.
कुल मिलाकर यह तो पूरी तरह साफ है कि चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस और एयरसेल-मेक्सिस केस में अभी कई पापड़ बेलने हैं. यदि उन्हें इन मामलों में जेल भी होती है तो उससे पहले सीबीआई और ईडी दफ्तरों में रातें गुजारनी होंगी.
Indian Cricket Team: ऐसा माना जा रहा है कि इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड…
Adam Gilchrist: भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी तकरीबन 10 साल बाद हारी है.…
द्र सरकार देश की बड़ी सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा तोहफा दे सकती है। सरकार…
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए गौतम अडानी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस…
Nitish Kumar Reddy: भारतीय ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 से वापस लौटने…
फिल्म गेम चेंजर ने भारत में 10,858 शो के 4 लाख से ज्यादा टिकटों के…