नई दिल्ली: एक पुरानी कहावत हैं, "जो आप नहीं जानते वह आपको नुकसान नहीं पहुँचा सकता," हमेशा अच्छी सलाह नहीं होती और जब जहरीले पदार्थों की बात आए, तो आप जो जानते हैं वही आपकी मदद कर सकता है।
नई दिल्ली: एक पुरानी कहावत हैं, “जो आप नहीं जानते वह आपको नुकसान नहीं पहुँचा सकता,” हमेशा अच्छी सलाह नहीं होती और जब जहरीले पदार्थों की बात आए, तो आप जो जानते हैं वही आपकी मदद कर सकता है। जहरीले रसायनो के बारे में जानना बेहद ज़रूरी है ताकि हमें सही समय पर पता चल जाए कि कहीं हमारा शरीर जहरीले रसायनो का घर तो नहीं बनता जा रहा है।
बेसमेंट में रेडॉन, पीने के पानी में लेड, कारों से निकलने वाला धुआं, दवा, कॉस्मेटिक्स, नमक से लेकर दूध की थैली तक में जहरीले पदार्थों होते हैं, जो हमें भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनको समझकर इनके संपर्क को कम करना और हानिकारक स्वास्थ्य प्रभावों के जोखिम को कम कैसे किया जा सकता है।
हम रोज़मर्रा के कामो में जाने अनजाने में कई ऐसे जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल करते हैं जिनके बारे में हम सोच भी नहीं सकते की ये पदार्थ हमें कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं।
आर्सेनिक: ये अक्सर नेचुरल और ह्यूमन एक्टिविटीज से वायुमंडल और पानी में फ़ैल सकता हैं.
बेन्ज़ेन: जो हमारी मोटरबाइक फ्यूल में भी पाया जाता है, ये धूम्रपान करने से ज़्यादा फैलता है.
कैडमियम: अक्सर सब्ज़ियों में पाया जाता हैं ये पदार्थ सीधा हमारी किडनियों, स्केलेटन और रेस्पिरेटरी सिस्टम को नुकसान पंहुचाता हैं।
लेड: लेड एक जहरीली धातु है जिसके उपयोग से दुनिया के कई हिस्सों में पर्यावरणीय प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। यह एक संचयी विषाक्त पदार्थ है जो न्यूरोलॉजिक, हेमेटोलॉजिक, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, कार्डियोवस्कुलर और रीनल सिस्टम सहित शरीर की कई प्रणालियों को प्रभावित करता है। बच्चे विशेष रूप से लेड के न्यूरोटॉक्सिक प्रभावों के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसी तरह और भी कई सारे पदार्थ हैं जो हमें नुकसान पहुंचाते हैं और जिनसे हमें बच के रहना चाहिए।
हम आए दिन केमिकल से एक्सपोज़ होते हैं इसलिए ये ज़रूरी हैं की हम अपने आप पर और अपने परिवार पर इसका असर ना पड़ने दें इसलिए यह महत्पूर्ण है कि इन बातों का हमेशा ध्यान रखा जाए।
1. किसी भी सामान का उपयोग करने से पहले, लेबल को ध्यान से पढ़ें और निर्देशों का पालन करें। लेबल पर दी गई चेतावनियों पर ध्यान दें।
2. हमेशा ध्यान रखे की किसी भी स्ट्रांग पदार्थ को कहीं भी रखने से पहले उस जगह की खिड़की और दरवाज़े खुला रखें।
3. रसायनो को संभालते हुए ये ज़रूरी है की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए।
4. रसायनो को बच्चो की पहुंच से दूर रखे , सभी कंटेनरों पर लेबल लगाएं।
5. पीने के पानी में भी लेड जैसा हार्मफुल रसायन मजूद होता है, इसलिए ये ज़रूरी है की नल के पानी का उपयोग फ़िल्टर लगा कर ही करें ताकि हार्मफुल रसायनों का असर स्वास्थ पर न पड़े।