नई दिल्ली : केंद्रीय बजट पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बजट निर्मम है. इस बजट में किसी को कुछ भी नहीं मिला. केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है उसमें सिर्फ जुमलेबाजी है. बजट से छत्तीसगढ़ के लोगों की उम्मीदें टूट गई. सीएम भूपेश बघेल […]
नई दिल्ली : केंद्रीय बजट पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बजट निर्मम है. इस बजट में किसी को कुछ भी नहीं मिला. केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है उसमें सिर्फ जुमलेबाजी है. बजट से छत्तीसगढ़ के लोगों की उम्मीदें टूट गई.
सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बजट में रेलवे को अधिक पैसा दिया गया है.सीएम ने शंका जताते हुए कहा कि कहीं रेलवे को निजी हाथों में तो नहीं सौंपा जा रहा है. बजट से देश के किसानों और युवाओं को निराशा मिली है. किसानों के सबसे अहम मुद्दे में से एक एमएसपी को भी कानूनी गारंटी का प्रावधान में नहीं रखा गया है.
समाजवादी पार्टी की नेता और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने कहा कि यह बजट चुनाव को ध्यान में रखकर पेश किया गया है. मीडिल क्लास को थोड़ी राहत मिली है लेकिन वे भी आटे में चुटकी भर नमक के बराबर. सरकार ने किसानों और नौजवानों को नजरअंदाज किया है. इसी के साथ रेलवे को भी कुछ नहीं मिला. इस बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है, किसानों के लिए एमएसपी की बात नहीं की गई है. भारत की आधी से अधिक आबादी गांव में रहती है लेकिन उसको ध्यान में नहीं रखा गया, उनके लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि ये अमृतकाल का पहला बजट है. कोरोना के कारण पूरी दुनिया में इकोनॉमी गिरी लेकिन हमारा यहां की इकोनॉमी मजबूत हुई. सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि कोरोना के समय सरकार ने 80 करोड़ लोगों को 28 महीने तक मुफ्त राशन दिया गया. सरकार ने प्रयास किया कि देश में कोई भी आदमी भूखा न सोए. सरकार ने बजट में महिलाओं और पिछड़ों को भी ध्यान रखा है.
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