यूपी के कासगंज में गणतंत्र दिवस को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के लिए विपक्ष ने राज्य की योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. विपक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था बदतर होती जा रही है. 26 जनवरी को हुई हिंसा में चंदन गुप्ता नाम के युवक की मौत हो गई थी.
लखनऊः यूपी के कासगंज में हुई हिंसा ने सियासी गलियारों में भी सरगर्मी बढ़ा दी है. यूपी का मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की योगी सरकार को घेरने में लगा हुआ है. सपा और बसपा ने कासगंज में हुई हिंसा के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सूबे में कानून व्यवस्था को ध्वस्त करार दिया है. वहीं कांग्रेस ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है.
सपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद कनक लता सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश की योगी सरकार में कानून व्यवस्था बदतर होती जा रही है. विपक्ष की ओर से सपा और बसपा ने इस पूरी हिंसा के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उनके मुताबिक योगी सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद नाजुक है. प्रदेश में जंगलराज जैसा माहौल व्याप्त है. इसका ताजा उदाहरण कासगंज में हुई हिंसा जो कि अभी भी जारी है मगर राज्य सरकार यहां भी विफल साबित होती नजर आ रही है.
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