Vice President Election 2022: उपराष्ट्रपति चुनाव में भी बिखरे विपक्षी दल, टीएमसी ने कांग्रेस उम्मीदवार से किया किनारा

Vice President Election 2022: नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे गुरूवार को आ गए। चुनावी परिणाम में हुई क्रॉस वोटिंग ने विपक्षी दलों के अंदर की दरारों को एक बार फिर से सबके सामने ला दिया है। इसी बीच अब उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी विपक्षी दल बिखरे हुए नजर आ रहे हैं। पश्चिम बंगाल […]

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Vice President Election 2022: उपराष्ट्रपति चुनाव में भी बिखरे विपक्षी दल, टीएमसी ने कांग्रेस उम्मीदवार से किया किनारा

Vaibhav Mishra

  • July 22, 2022 10:08 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Vice President Election 2022:

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे गुरूवार को आ गए। चुनावी परिणाम में हुई क्रॉस वोटिंग ने विपक्षी दलों के अंदर की दरारों को एक बार फिर से सबके सामने ला दिया है। इसी बीच अब उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी विपक्षी दल बिखरे हुए नजर आ रहे हैं। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाने का फैसला किया है। टीएमसी अब चुनाव में एनडीए या विपक्ष में से किसी भी प्रत्याशी का समर्थन नहीं करेगी।

किसी को समर्थन नहीं देगी टीएमसी

तृणमूल कांग्रेस ने अपने फैसले से सभी को चौंका दिया है। पार्टी ने किसी भी उम्मीदवार को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है। वो अब न तो विपक्ष की उम्मीदवार मार्ग्रेट अल्वा को वोट करेगी और ना ही एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को समर्थन करेगी।

कांग्रेस ने साधा टीएमसी पर निशाना

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की अगुवाई करने वाली टीएमसी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में अलग राह पकड़ ली है। जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने हमला बोल दिया है। कांग्रेस ने टीएमसी पर कई गंभीर आरोप लगाए है। कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जिन बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ हमेशा सीएम ममता बनर्जी की तकरार चलती रहती थी। उन्हीं राज्यपाल ने उनको और असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा को बुलाया। एक साथ तीनों की बैठक हुई और अगले ही दिन जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना दिया गया। ये एक ‘दार्जिलिंग पैक्ट’ तीनों में हुआ है।

नामांकन के दौरान भी दूर रही टीएमसी

गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस पार्टी के इस रवैये पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हैरानी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर विपक्ष की एकजुटता पर सवाल उठाया है। इससे पहले सोमवार को उपराराष्ट्रपति पद चुनाव को लेकर मार्गेट अल्वा ने नामांकन दाखिल कर दिया। उन्होंने विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। इसमें टीएमसी का कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख अध्यक्ष शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, माकपा नेता सीताराम येचुरी समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता मार्गेट अल्वा के साथ मौजूद रहे।

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