पटना। बिहार की राजधानी पटना में आज 15 विपक्षी दलों के 27 नेता एकजुट हुए. इन नेताओं ने महाबैठक कर आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने के बारे में चर्चा की. बैठक के बाद सभी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दी. हालांकि, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में […]
पटना। बिहार की राजधानी पटना में आज 15 विपक्षी दलों के 27 नेता एकजुट हुए. इन नेताओं ने महाबैठक कर आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने के बारे में चर्चा की. बैठक के बाद सभी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दी. हालांकि, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए. बताया जा रहा है कि केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस के समर्थन का आश्वासन नहीं मिलने पर केजरीवाल ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से दूरी बना ली. इसके साथ ही डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए, उनके साझा प्रेस वार्ता में ना शामिल होने की अभी वजह सामने नहीं आई है.
आइए जानते हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में किस नेता ने क्या कहा…
विपक्षी दलों के नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ दिन के बाद सब पार्टियों की फिर से अगली बैठक की जाएगी. अगली बैठक में तय होगा की कौन कहां लड़ेगा. जो शासन में है वे देश के हित में काम नहीं कर रहे हैं. वे सब इतिहास बदल रहे हैं. हम सबका अभिनंदन करते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम 10 या 12 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के शिमला में फिर से मिलेंगे. अगली बैठक में हम एक सामान्य एजेंडा तैयार करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि हमें हर राज्य में अलग-अलग तरह से काम करना पड़ेगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और RSS हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है. यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं। हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे. यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है उसका प्रयोगशाला हमारा जम्मू-कश्मीर बन चुका है. इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से हुई है और पूरे मुल्क में वहीं हो रहा है जो हमारे साथ हुआ है. हमने जिस महात्मा गांधी, नेहरू के मुल्क के साथ हाथ मिलाया है वही आइडिया ऑफ इंडिया है.
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश की एकता, अखंडता बनाए रखने के लिए हम एक साथ आए हैं. इसके आगे हमारे प्रजातंत्र पर आघात करेगा उसका हम सब मिलकर विरोध करेंगे. जो भी देश में तानाशाही लाना चाहेगा उसके ख़िलाफ़ हम एक साथ रहेंगे. शुरूआत अच्छी रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में जो बैठक हुआ है वो अच्छा हुआ है. हमने तीन चीज पर जोर दिया है- हम लोग एक है, हम लोग एक साथ लड़ेंगे, अगली बैठक शिमला में होगा. बीजेपी चाहती है कि इतिहास बदला जाए और हम चाहते हैं कि बिहार से इतिहास बचाया जाए.
नेशनल कांफ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इतने लोगों को इकट्ठा करना छोटी बात नहीं है. हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है. यह उसूलों, विचारधारा, सोच, इरादों की लड़ाई है. मैं और महबूबा मुफ्ती इस मुल्क के ऐसे बदनसीब इलाके से ताल्लुक़ रखते हैं, जहां लोकतंत्र का दिनदहाड़े कत्ल किया जा रहा है. वज़ीर-ए-आज़म को व्हाइट हाउस में लोकतंत्र की बात करते हुए अच्छा लगा लेकिन यह लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर तक क्यों नहीं पहुंचता?.
विपक्षी बैठक पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज की बैठक में सबने खुलकर अपने विचार रखे हैं और तय हुआ है कि अगली बैठक शिमला में होगी और उसमें आगे की रणनीति तय करेंगे. एक होकर हमें लड़ना है. वहीं, उनके बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि पटना का यही संदेश है कि हम सब मिलकर काम करेंगे और मिलकर देश को बचाने का काम करेंगे.
विपक्षी महाबैठक में एक साथ चुनाव लड़ने पर बनी सहमति, जुलाई में होगी अगली मीटिंग