वाराणसी। प्रधानमंत्री मोदी आज वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर हैं। यहां उन्होंने टीबी दिवस पर रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी समिट पर आधारित तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत की। इस दौरान टीबी समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य […]
वाराणसी। प्रधानमंत्री मोदी आज वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर हैं। यहां उन्होंने टीबी दिवस पर रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी समिट पर आधारित तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत की। इस दौरान टीबी समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। जहां, टीबी खत्म करने का ग्लोबल टारगेट वर्ष 2010 है, वहीं भारत वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि बीते 9 सालों में भारत ने अनेक मोर्चो पर टीबी के खिलाफ काम किया है। जिसमें पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति, तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल, अच्छी हेल्थ को बढ़ावा देने वाले फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे अभियान शामिल हैं।
वन वर्ल्ड टीबी समिट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि काशी नगरी वो शाश्वत धारा है जो हजारों सालों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की गवाह रही है। ये नगरी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, जब, सबका प्रयास होता है तो रास्ता निकल ही आता है। पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि टीबी जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोई भी मरीज टीबी के इलाज से नहीं छूटे, इसके लिए हमने नई रणनीति पर कार्य किया है। टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए, उनके ट्रीटमेंट के लिए हमने उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा है। टीबी की मुफ्त जांच के लिए हमने देशभर में लैब्स की संख्या को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आज भारत में टीबी के मरीजों की संख्या कम हो रही है।
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