राम नवमी की पूर्व संध्या पर उत्तर 24 परगना में हुई आगजनी की घटना के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने कुछ संवेदनशील इलाकों में सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।
हर साल की तरह इस बार भी राम नवमी के अवसर पर कई स्थानों पर शोभा यात्राओं और धार्मिक जुलूसों का आयोजन किया जाएगा। हालांकि हाल ही में वक्फ बोर्ड से संबंधित विधेयक के संसद में पारित होने के बाद कुछ इलाकों में बढ़ते तनाव को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले वर्ष राम नवमी के दिन कई स्थानों पर हिन्दू-मुस्लिम समुदायों के बीच झड़पें देखने को मिली थीं। इसी कारण इस बार सरकार ने सुनिश्चित किया है कि किसी भी प्रकार की स्थिति उत्पन्न न हो जिससे साम्प्रदायिक तनाव बढ़े।
पश्चिम बंगाल में राम नवमी के दिन संभावित हिंसा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। राजनीतिक माहौल को देखते हुए पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है और कई पुलिसकर्मियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं। राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ को रविवार के अवकाश के बावजूद खुला रखा जाएगा ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत फैसला लिया जा सके। वरिष्ठ अधिकारी खुद निगरानी में लगे रहेंगे।
पुलिस ने बताया कि सभी जुलूसों की निगरानी ड्रोन कैमरों से की जाएगी। संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे पहले से ही चालू कर दिए गए हैं। राज्य और ज़िला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, इंटरनेट मॉनिटरिंग सेल लगातार सोशल मीडिया और ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रख रही है। अफवाह फैलाने वालों और भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन और पुलिस ने धार्मिक नेताओं और समाजसेवियों से भी अपील की है कि वे अपने-अपने समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करें। प्रशासन का कहना है कि त्योहार को शांति और भाईचारे के साथ मनाना ही सबसे बड़ी सफलता होगी। राम नवमी का त्योहार देशभर में उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लेकिन प्रशासन की प्राथमिकता है कि कोई अप्रिय घटना न हो और सभी नागरिक सुरक्षित रहें।