नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कोहराम से विश्व उभरने की ही कोशिश कर रहा था कि इसी बीच दक्षिण अफ्रीका के कुछ लोगों में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दहशत मचाना शुरू कर दिया है. तमाम देश एक बार फिर इस वायरस के चलते परेशान नज़र आ रहे हैं. इसके चलते ही भारत […]
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कोहराम से विश्व उभरने की ही कोशिश कर रहा था कि इसी बीच दक्षिण अफ्रीका के कुछ लोगों में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दहशत मचाना शुरू कर दिया है. तमाम देश एक बार फिर इस वायरस के चलते परेशान नज़र आ रहे हैं. इसके चलते ही भारत ने कोरोना की नई गाइडलाइंस जारी कर दी है. ऐसे में ये सवाल भी उठने लगे हैं कि जिस कोरोना की तीसरी लहर की आने की तमाम आशंकाएं खत्म सी नज़र आ रही थी तो क्या अब, यह नया कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन कोरोना की तीसरी लहर लाएगा.
दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन लक्षण के मरीज़ों के मिलने के बाद वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन वेरिएंट से तीसरी लहर के आने की आशंका जताई है. हालांकि इस पर अभी पूर्ण समीक्षा होनी बाकि है. कोरोना वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं का मानना है कि यह वेरिएंट डेल्टा से 7 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है. इसकी संक्रामक क्षमता डेल्टा के मुकाबले अधिक है. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में इसके संक्रमण का प्रसार भी डेल्टा के मुकाबले ज्यादा है. यह वेरिएंट पहचान होने से पहले ही 32 बार म्यूटेट हो चुका है. संतोषजनक ख़बर यह है कि भारत में फिलहाल इस वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है.
कल हुई विश्व स्वास्थ्य संगठन की टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन वायरस एवोल्यूशन की नए वेरिएंट B.1.1.529. की बैठक में डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 के टेक्निकल लीड डॉ मारिया वान केरखोवे ने कहा कि बैठक में नामकरण प्रोटोकॉल के अनुरूप इस नए वेरिएंट को ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया गया है. ये ऐसे ही है जैसे पहले मिले वेरिएंट को एल्फा और डेल्टा वेरिएंट नाम दिए गए थे.
दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशो में मिले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता जाहिर की है. शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन की टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन वायरस एवोल्यूशन की नए वेरिएंट B.1.1.529. को लेकर बैठक हुई जिसमें में टीम ने कहा कि डब्ल्यूएचओ को B.1.1.529. ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ घोषित करना चाहिए.
ओमिक्रॉन के संदर्भ में फिलहाल NICD की जांच जारी है. विशेषज्ञों के मुताबिक ओमिक्रॉन के कोई ख़ास लक्षण नहीं है, डेल्टा वैरिएंट की तरह ही यह भी असिम्पटोमैटिक है.