नई दिल्लीः 17वीं लोकसभा का आज आखिरी सत्र का अंतिम दिन था। शनिवार यानी 10 फरवरी को अंतिम दिन में लोकसभा में अयोध्या राम मंदिर पर एक प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को सदन में रामलला के मंदिर के निर्माण को एक ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा […]
नई दिल्लीः 17वीं लोकसभा का आज आखिरी सत्र का अंतिम दिन था। शनिवार यानी 10 फरवरी को अंतिम दिन में लोकसभा में अयोध्या राम मंदिर पर एक प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को सदन में रामलला के मंदिर के निर्माण को एक ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा कि यह भावी पीढ़ियों को आशा और एकता का प्रतिक होगा।
बता दें कि सदन में ऐतिहासिक राम मंदिर के निर्माण और श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर लगभग चार घंटे की चर्चा हुई। अंत में प्रस्ताव पढ़ते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है। जो सुशासन और लोक कल्याण का एक नया युग है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अपने संबोधन में कहा कि यह मंदिर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतीक है।
ओम बिरला ने राम जन्मभूमि विवाद में अदालत के 2019 के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अपना निर्णय सुनाए जाने के तुरंत बाद पीएम मोदी के बयान ने जीत हार की भावना के बजाए समाज को शांति के बारे में आगाह किया। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव के जरिए सदन के सदस्य अयोध्या में हुए ऐतिहासिक कार्य की सराहना करते हैं।
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