मध्य प्रदेश. भारत एक ऐसा देश जहाँ मध्यवर्गीय और गरीब परिवार की बहुतायत है. ऐसे में देश कई परिवार ऐसे हैं जो दो वक़्त की रोटी जुटाने के लिए दिन रात और खून पसीना एक कर चंद पैसे कमाते हैं और अपने परिवार का पेट पालते हैं. कहते हैं कि गरीब को मौत भी अच्छी […]
मध्य प्रदेश. भारत एक ऐसा देश जहाँ मध्यवर्गीय और गरीब परिवार की बहुतायत है. ऐसे में देश कई परिवार ऐसे हैं जो दो वक़्त की रोटी जुटाने के लिए दिन रात और खून पसीना एक कर चंद पैसे कमाते हैं और अपने परिवार का पेट पालते हैं. कहते हैं कि गरीब को मौत भी अच्छी नहीं नसीब होती. ऐसे में मध्य प्रदेश से एक आँखें नम करने वाला मामला सामने आया है. जिसे देख और सुनकर आपका भी दिल पसीज जाएगा.
मध्य प्रदेश के सागर में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग अपने परिवार के पालन पोषण के लिए कुछ लकड़ी के सामान बेचा करते थे. ऐसे में वे रोज़ाना शहर के एक फुटपाथ पर अपनी छोटी सी चटाई पर दुकान लगाया करते थे. रोज़ के तरह बीते दिन भी वह अपनी दुकान लगाए सामान बेच रहे थे कि अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और वे बेहोश हो गए सूचना मिलने पर पहुंचे परिजन जब उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग चंदन लाल राय कटरा बाजार लकड़ी के सामान की दुकान लगाया करते थे. ऐसे में ही अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और वे इस जहां को छोड़ चल बसे. उनकी मौत को देखने वाले नगर निगम मार्केट में व्यवसाय करने वाले लोग बताते है कि शहर के तुलसी नगर वार्ड के 65 साल के बुजुर्ग चंदन लाल राय गरीबी के चलते इस उम्र में भी लकड़ी का सामान फुटपाथ पर रख कर बेचते थे. बीते दिन दोपहर करीब 3 बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वह बेचैनी के कारण फड़फड़ाने लगे. उनकी मौत को देखने वालों के होश उड़ गए. देखने वालों की आँखें नम थी और सब उनके कार्य और परिवार के प्रति समर्पण की सराहना कर रहे थे.