नई दिल्ली। अप्रैल-मार्च 2021-22 के दौरान आठ प्रमुख उद्योगों (ICI) के सूचकांक की वृद्धि दर पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10.4% रही. संयुक्त आठ प्रमुख उद्योगों का सूचकांक मार्च 2022 में 157.3 रहा, जो मार्च 2021 की तुलना में 4.3 प्रतिशत अधिक है. आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की वृद्धि दर […]
नई दिल्ली। अप्रैल-मार्च 2021-22 के दौरान आठ प्रमुख उद्योगों (ICI) के सूचकांक की वृद्धि दर पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10.4% रही. संयुक्त आठ प्रमुख उद्योगों का सूचकांक मार्च 2022 में 157.3 रहा, जो मार्च 2021 की तुलना में 4.3 प्रतिशत अधिक है. आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की वृद्धि दर 3.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.1 प्रतिशत की गई है.
आर्थिक सलाहकार कार्यालय, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग ने मार्च महीने के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के आंकड़े जारी किए हैं. इसके अनुसार आईसीआई कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली उद्योग के प्रदर्शन को दिखाता है.
इसके अनुसार, मार्च 2022 में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली का उत्पादन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में मार्च 2022 में बढ़ा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2022 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 7.6 फीसदी बढ़ा. इसी तरह मार्च में पेट्रोलियम रिफाइनरी का उत्पादन 6.2 फीसदी बढ़ा.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2022 में उर्वरक उत्पादन में 15.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई. मार्च 2022 में इस्पात उत्पादन में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई. पीआईबी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सीमेंट उत्पादन में मार्च 2022 में 8.8 प्रतिशत, जबकि बिजली उत्पादन में मार्च 2022 में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई. दूसरी ओर, मार्च 2022 में कोयले के उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई. वहीं, कच्चे तेल के उत्पादन में भी मार्च 2022 में 3.4 प्रतिशत की कमी आई.बता दें कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) या फैक्ट्री आउटपुट फरवरी में 1.7 फीसदी बढ़ा, जबकि जनवरी में यह 1.3 फीसदी था.
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