Odd Even in Delhi:दिल्ली में प्रदुषण का स्तर गंभीर श्रेणी में आ चुका है. आलम ये है कि राजधानी की सड़कों पर लोगों को सांस लेना भी मुश्किल है. इस बीच आप मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि प्रदुषण का स्तर कम करने के लिए हम वृक्षारोपण से लेकर कई तरह के काम कर रहे हैं. अगर जरूरत पड़ी तो ऑड ईवन भी लागू किया जा सकता है.
नई दिल्ली. दिल्ली में बढ़ता प्रदुषण का स्तर लगातार चौथे दिन भयानक रूप लेते हुए गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है. इस बीत आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा जरूरत पड़ने पर ऑड ईवन स्कीम को वापस लाया जा सकता है. अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार प्रदुषण का स्तर कम करने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगा रहे हैं. 3 हजार सीएनजी बस खरीद रहे हैं, साथ साथ कल हमने सबसे बड़े मेट्रो चरणों में से एक को मंजूरी दी है. जरूरत पड़ने पर ऑड ईवन लागू किया जा सकता है.
गौरतलब है कि दिल्ली के बढ़ते प्रदुषण को देखकर सिर्फ केजरीवाल ही नहीं बल्कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ((सीपीसीबी) ने भी चिंता जाहिए करते हुए सोमवार को बड़ा निर्देष दिया था. जिसके तहत दिल्ली और एनसीआर के फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद और नोएडा मेंमें 26 दिसंबर बुधवार तक कंस्ट्रकशन बंद रहेगा, यानी निर्माण कार्य रुक जाएगा.
दरअसल दिवाली के बाद से दिल्ली का प्रदुषण नियंत्रण में नहीं आया है. दिल्ली के एयर क्वॉलिटी इंडेक्स की बात करें तो वह 450 से भी उपर चला गया है जो एक व्यक्ति के लिए काफी ज्यादा हानिकारक माना जाता है. ऐसे में अगर दिल्ली में पहले की तरह ऑड ईवन फॉर्मुला लागू होता है तो इससे सड़कों पर चल रहे ट्रैफिक पर जरूर असर पड़ेगा.बता दें कि अगर दिल्ली में ऑड- ईवन फॉर्मुला लागू होता है तो सड़कों पर चल रही पेट्रोल और डीजल की कार कम हो जाएंगी. हालांकि सीएनजी वाहनों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.