NTA ICAR AIEEA 2019: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, आईसीएआर के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी परीक्षा का आयोन कर रही है. इसके तहत AIEEA (UG), AIEEA (PG) और AICE-JRF/SRF (PGs) परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. ये परीक्षा 1 जुलाई को आयोजित की जाएंगी. इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ntaicar.nic.in पर आवेदन कर सकते हैं.
नई दिल्ली. कृषि से संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी, एनटीए के माध्यम से उम्मीदवार भर्ती किए जाएंगे. इसके आवेदन आज से शुरु किए गए हैं. पहले स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, आईसीएआर द्वारा किया जाता था.
अब AIEEA (UG), AIEEA (PG) और AICE-JRF/SRF (PGs) परीक्षा एनटीए द्वारा 1 जुलाई को आयोजित की जाएगी और इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट nta.nic.in और ntaicar.nic.in पर पंजीकरण कर सकते हैं. कृषि पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 1 अप्रैल 2019 से आधिकारिक वेबसाइटों nta.nic.in या ntaicar.nic.in पर शुरू हो गई.
एनटीए की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार पंजीकरण प्रक्रिया 30 अप्रैल को बंद हो जाएगी. हालांकि, उम्मीदवार 1 मई 2019 तक शुल्क का भुगतान कर सकते हैं.
NTA ICAR AIEEA 2019: कैसें करें पंजीकरण
– आधिकारिक वेबसाइट ntaicar.nic.in पर जाएं.
– होमपेज पर दिए लिंक आवेदन फॉर्म भरें पर क्लिक करें.
– एक नया पेज खुलेगा.
– नए पंजीकरण के तहत आवेदन करें पर क्लिक करें.
– विवरण भरें.
– पंजीकरण संख्या का उपयोग करके लॉग-इन करें.
– फॉर्म भरें.
– फोटो अपलोड करें.
– भुगतान करें.
NTA ICAR AIEEA 2019: परीक्षा पैटर्न
ICAR AIEEA (UG) 2019: ढाई घंटे की इस परीक्षा में अभ्यर्थियों से 150 प्रश्न पूछे जाएंगे. इस के अधिकतम अंक 600 निर्धारित किए गए हैं.
ICAR AIEEA (PG) 2019: ढाई घंटे की इस परीक्षा में अभ्यार्थियों से 160 प्रश्न पूछे जाएंगे. इस के अधिकतम अंक 640 निर्धारित किए गए हैं.
ICAR AICE-JRF/SRF (PGS) 2019: यह परीक्षा 180 मिनट चलेगी. इसमें 800 (80+720) अंकों के लिए 200 (20+180) सवाल पूछे जाएंगे.
इसके लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा, सीबीटी आयोजित की जाएगी. जो अभ्यर्थी प्रतियोगी परीक्षा में उत्तीर्ण होंगे. उन्हें काउंसलिंग से गुजरना होगा. इस बीच विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को कृषि और संबंधित डिग्री कार्यक्रमों को डिसटेंस और ओपन लर्निंग मोड के जरिए नहीं पढ़ाया जाएगा. क्योंकि कृषि को पेशेवर पाठ्यक्रमों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.
नए नियमों के अनुसार, कृषि और संबंधित पाठ्यक्रमों को भी पेशेवर माना जाएगा और संस्थान अब डिस्टेंस और ओपन मोड में डिग्री प्रोग्राम वितरित नहीं कर सकते हैं. नए नियम के तहत, कई संस्थानों को अपने पाठ्यक्रम को बंद करना होगा या डिग्री प्रोग्राम को बदलना होगा.