पैगंबर टिप्पणी मामले पर NSA अजित डोभाल ने दिया बड़ा बयान, जानिए क्या कहा ?

नई दिल्ली। पैगम्बर के बारे में पुर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर खाड़ी देशों ने कड़ी आपत्ति जताई है, लेकिन ईरान इसे शीर्ष स्तर पर उठाने वाला पहला देश है। बैठक के बाद ईरान की ओर से जारी बयान में कहा गया कि एनएसए डोभाल ने पैगंबर के […]

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 पैगंबर टिप्पणी मामले पर NSA अजित डोभाल ने दिया बड़ा बयान, जानिए क्या कहा ?

Pravesh Chouhan

  • June 9, 2022 11:53 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। पैगम्बर के बारे में पुर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर खाड़ी देशों ने कड़ी आपत्ति जताई है, लेकिन ईरान इसे शीर्ष स्तर पर उठाने वाला पहला देश है। बैठक के बाद ईरान की ओर से जारी बयान में कहा गया कि एनएसए डोभाल ने पैगंबर के प्रति अपना सम्मान दोहराया और कहा कि झूठे बयान देने वालों से सरकार और संबंधित संगठन इतनी सख्ती से निपटेंगे कि यह दूसरों के लिए एक सबक होगा।

ईरान के विदेश मंत्री ने पैगंबर मोहम्मद के प्रति भारतीय लोगों और भारत सरकार के अधिकारियों के सम्मान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत में विभिन्न धर्मों के अनुयायियों के बीच सहिष्णुता, सह-अस्तित्व और ऐतिहासिक मित्रता है। अब्दुल्लायन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर से भी मुलाकात की। पीएम मोदी ने भारत और ईरान के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को याद किया।

पीएम ने कही ये बात

बैठक के बाद सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। प्रधान मंत्री ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों को कोविड के बाद के युग में आदान-प्रदान में तेजी लाने के लिए काम करना चाहिए। प्रधान मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री से महामहिम राष्ट्रपति इब्राहिम को बधाई देने के लिए कहा। पीएम ने कहा कि वह जल्द ही ईरान के राष्ट्रपति से मिलने के लिए उत्सुक हैं।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारत और ईरान के बीच सदियों पुराने सभ्यतागत संबंधों के और विकास पर उपयोगी चर्चा के लिए विदेश मंत्री हुसैन अमीरबदुल्लाहियन का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। हमारे संबंधों ने दोनों देशों को पारस्परिक रूप से लाभ पहुंचाया है और क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा दिया है।

एस जयशंकर से भी हुई मुलाकात

बता दें कि इससे पहले ईरानी विदेश मंत्री ने भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच भारत-ईरान साझेदारी के नए रोडमैप पर चर्चा हुई। जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच अफगानिस्तान के हालात समेत क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही दोनों मुल्कों के बीच न्यायिक सहयोग के एक समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और ईरानी राष्ट्रपति रईसी की जल्दी मुलाकात पर भी दोनों नेताओं के बीच बात हुई।

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