नई दिल्ली/लखनऊ: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बगावती तेवर ढीले पड़ गए हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले केशव को दिल्ली आलाकमान से ज्यादा भाव नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि 27 और 28 जुलाई को दिल्ली में हुई बीजेपी […]
नई दिल्ली/लखनऊ: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बगावती तेवर ढीले पड़ गए हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले केशव को दिल्ली आलाकमान से ज्यादा भाव नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि 27 और 28 जुलाई को दिल्ली में हुई बीजेपी मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में केशव को सीएम योगी से तालमेल बिठाने का निर्देश मिला है. इसके अब माना जा रहा है कि केशव मुख्यमंत्री योगी से चल रही अपनी अदावत खत्म कर लेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि किसी को हताश होने की जरूरत नहीं है. अब हमें पहले से ज्यादा उत्साह के साथ काम करना है और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है. प्रधानमंत्री ने बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों से संगठन संग बेहतर तालमेल बनाकर रखने के लिए कहा. साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाए.
बता दें कि 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त केशव प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे. इस चुनाव में पार्टी को बंपर जीत मिली थी, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ को बिठा दिया गया. इसके बाद 2022 के चुनावों में जब केशव को हार का सामना करना पड़ा तब भी उन्होंने दबी आवाज में कहा कि वो हारे नहीं, साजिश के तहत हराए गए हैं. इसके बाद उनकी स्थिति पार्टी में कमजोर हो गई थी. लेकिन अब लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद जब पार्टी के अंदरखाने सीएम योगी की स्थिति कमजोर बताई जा रही है. तो केशव मौर्य बगावती तेवर अपनाकर अपनी खोई हुई ताकत वापस पाना चाहते हैं.
पीएम के साथ मीटिंग में योगी ने कही ऐसी बात… मुंह ताकते रह गए केशव मौर्य-बृजेश पाठक