नई दिल्ली। अग्निवीरों को हांथ में टैटू लगवाने के लिए अपने एरिया के एसडीएम या किसी अन्य प्रशासनिक अधिकारी से सर्टिफिकेट लेना होगा, और खुद अग्नीवीर को खुद से प्रमाणित सर्टिफिकेट भी सेना को देना होगा। बता दें कि हाल ही में अमेरिका के सैनिकों को अपने शरीर पर टैटू बनवाने की इजाजत मिली है। […]
नई दिल्ली। अग्निवीरों को हांथ में टैटू लगवाने के लिए अपने एरिया के एसडीएम या किसी अन्य प्रशासनिक अधिकारी से सर्टिफिकेट लेना होगा, और खुद अग्नीवीर को खुद से प्रमाणित सर्टिफिकेट भी सेना को देना होगा।
बता दें कि हाल ही में अमेरिका के सैनिकों को अपने शरीर पर टैटू बनवाने की इजाजत मिली है। इसके पीछे का कारण अमेरिका के सेना में जवानों की भर्ती को पूरा करना था। भारत में सैनिको को टैटू लगवाने कि इजाजत नही है लेकिन अग्निवीर के तरफ से आये नोटिफिकेशन में थल सेना के तरफ से कहा गया है कि आदिवासी वर्ग से आने वाले अग्निवीर ही सिर्फ अपने रीति रिवाजों के अनुसार अपने शरीर पर टैटू बनवा सकते हैं। अग्नीवीर अपने हांथो पर स्थाई धार्मिक टैटू भी बनवा सकते हैं। लेकिन आदिवासी वर्ग के इन अग्नीवीरों को अपनें यहां के स्थानीय एसडीएम या उनकी अनुपस्थिति में उनके समकक्ष किसी और अधिकारी से इसका सर्टिफिकेट लेना होगा। इसके अलावा और किसी को भी सेना में टैटू बनवाने कि इजाजत नहीं है। बीते गुरूवार को ही अमेरिका ने अपने यहां सैनिकों को टैटू बनवाने की परमिशन दी थी
अमेरिका में वंहा के सैनिकों को टैटू बनवाने कि परमिशन दे दी गई है। इसके पीछे कि वजह वहां पर जवानों कि भर्ती में हुई कमी है। इसी को लेकर अमेरिका के आर्मी सेक्रेटरी ने टैटू से जुड़ी गाइडलाइन को जारी कर दी है। जारी गाइडलाइन के अनुसार सैनिक हांथ, गर्दन और कान के पीछे टैटू बनवा सकते हैं। इसके अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में टैटू बनवाने कि अनुमति नही है। अमेरिकी गाइडलाइन के अनुसार सैनिक अपने हांथ पर एक इंच से ज्यादा बड़ा टैटू, और गर्दन पर दो इंच से ज्यादा बड़ा टैटू नही बनवा सकते हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि टैटू लिंगभेद, रंगभेद इत्यादि जैसे मुद्दो से जुड़ा हुआ नही होना चाहिए