इस वायरस का पहला मामला चीन से आया। बाद में मलेशिया और सिंगापुर में इसके मरीज मिले। चीन में 2024 में इसके 327 मामले आये। जापान और हांगकांग में भी इसे लेकर स्क्रीनिंग शुरू की जा चुकी है।
HMPV Virus: चीनी वायरस HMPV की एंट्री भारत में भी हो चुकी है। आज यानी 6 जनवरी को भारत में इसके 3 मामले सामने आये हैं। इसमें से एक मामला गुजरात के अहमदाबाद और 2 बेंगलुरु से आया है। तीनों में से एक बच्चा 2 महीने का, एक 3 महीने का और एक 8 महीने का है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने सोमवार को इसे लेकर चेतावनी जारी की है।
इस वायरस का पहला मामला चीन से आया। बाद में मलेशिया और सिंगापुर में इसके मरीज मिले। चीन में 2024 में इसके 327 मामले आये। जापान और हांगकांग में भी इसे लेकर स्क्रीनिंग शुरू की जा चुकी है। HMPV वायरस की बात करें तो इसकी खोज साल 2001 में हुई थी। यह न्यूमोविरिडे फैमिली का वायरस है, जो आमतौर पर ऊपरी और निचले श्वसन संक्रमण की वजह से होता है। चीन के कुछ इलाकों में इस वायरस की वजह से स्थित ख़राब है लेकिन अधिकारियों ने अभी तक आपातकाल की घोषणा नहीं की है।
HMPV वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, खांसने और छींकने से फैलता है। साथ ही अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाते हैं, किसी संक्रमित वस्तु को छूते हैं तब भी यह वायरस आपको पकड़ सकता है। इसके लक्षण संक्रमित होने के 3 से 4 दिन बाद दिखाई पड़ता है। इस वायरस का सबसे सामान्य लक्षण खांसी और बुखार है। इससे निमोनिया और ब्रोंकाइटिस का भी खतरा है। शरीर पर रैशेज हो सकते हैं।
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