हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में लगातार बारिश से हालात बिगड़े हुए हैं. अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है. पंजाब और हरियाणा में 15-20 फीसदी खरीफ फसल को बुरी तरह नुकसान पहुंचा है. पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सेना पहले से ही बचाव कार्यों के लिए तैनात कर दी गई है ताकि आपात स्थिति आने पर उसे संभाला जा सके.
नई दिल्ली. लगातार भारी बारिश के चलते उत्तर भारतीय राज्यों में परेशानी बढ़ती जा रही है. अब तक पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में बारिश से 22 लोगों की मौत हो चुकी है. स्थिति बिगड़ने के डर को देखते हुए पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सेना पहले से ही बचाव कार्यों के लिए तैनात कर दी गई है. हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. भाकड़ा बीस प्रबंधन बोर्ड ने मंगलवार को बीस नदी में पोंग बांध से दोपहर 3 बजे 49, 000 क्यूसेक पानी छोड़ने की घोषणा की है. वहीं बीती रात को रोपड़ बैराज से सतलज में लगभग 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
पूरे क्षेत्र में सड़क, रेल और हवाई यातायात बाधित हो हो रहा है. पंजाब और हरियाणा में 15-20 फीसदी खरीफ फसल (कपास, बाजरा, धान और मूंग) को नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की उम्मीद है.
North India rains LIVE:
– यमुना में जल स्तर 204.83 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया है और अभी 205.14 मीटर पर बह रहा है. अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार रात तक स्तर 205.34 मीटर तक पहुंचने की उम्मीद है और कल सुबह तक कम होने की उम्मीद है. हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में जल स्तर बढ़े हैं. दिल्ली सरकार के अधिकारी इस बात पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे हैं कि क्या बाढ़ के मैदानों पर रहने वाले लोगों से जगह खाली कराई जाए.
-भारी बारिश के कारण पंजाब के कपूरथला और नवाशहर में छत गिरने की छः अलग-अलग घटनाओं में एक दर्जन लोगों की गंभीर चोटें हुईं आई हैं जबकि पांच लोगों की मौत हो गई है.
-उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ घाटी में लगातार घंटों बारिश के बाद, केदारनाथ के रास्ते पर पांच मीटर चौड़ी सड़क डूब गई,जिससे घाटी में 500 से अधिक तीर्थयात्री को फंसे हुए हैं. केदारनाथ से करीब 15 किलोमीटर दूर फाटा में एक और भूस्खलन हुआ, जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया.
-पानी से उत्पन्न बीमारियों के संभावित प्रकोप को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग से विशेष चिकित्सा जांच शिविर आयोजित करने और दवाइयों के पर्याप्त भंडारण की व्यवस्था कर निवारक उपाय करने के लिए कहा है.
-पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों और विधायकों से जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए बड़े पैमाने पर अपने संबंधित क्षेत्रों का दौरा करने और लोगों द्वारा झेली जा रही कठिनाइयों के तत्काल निवारण के लिए संबंधित विभागों के साथ जुड़ने के लिए कहा है.
-रविवार रात को जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी जिले डोडामें भूस्खलन के बाद एक परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई. 25 सितंबर को हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से 134912 क्यूसेज पानी छोड़ा गया है. फिलहाल जलस्तर 204.88M है जो कि खतरे के 204.83M लेवल से ऊपर है.
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